दुर्ग। छत्तीसगढ़ में कोरोना भयावह हो चुका है. जिले में कोरोना की दूसरी लहर भयावह रूप से आई है. 1 मार्च 2021 को जहां मात्र 47 केस दर्ज किए गए थे. एक भी मौत नहीं हुई थी. वहीं 31 मार्च आते-आते प्रतिदिन हजार से ज्यादा केस दर्ज किए जा रहे हैं. मौतों की संख्या में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है. इसी को लेकर राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से बात की.

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इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री को छत्तीसगढ़ के हालातों से अवगत कराया.  छत्तीसगढ़ में कोरोना संकट के गंभीरता की जानकारी दी गई. केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने इस पर तत्काल प्रतिक्रिया दी. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव को राज्य के समकक्षों से बात कर पूरी स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी लेने को कहा.

विशेष मेडिकल टीम भेजने की भी बात

साथ ही उन्होंने सरोज पांडेय को यह आश्वासन दिया कि छत्तीसगढ़ में कोरोना से निपटने के लिए केंद्र राज्य को हर संभव सहायता तुरंत प्रदान करने को तैयार है, फिर चाहे वह अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने को लेकर हो या टेस्टिंग और वैक्सीनेशन की गति बढ़ाने को लेकर है. साथ ही मरीजों का सम्पूर्ण इलाज हो सके तथा चिकित्सा तंत्र अपनी पूरी क्षमता से काम कर सके. इसके लिए आवश्यकता पड़ने पर विशेष मेडिकल टीम भेजने की भी बात कही.

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सांसद ने कोरोना से हो रहे मौतों पर दुःख जताया

सरोज पांडेय ने दुर्ग की भयावह स्थिति को लेकर चिंता जताई. कोरोना से हो रहे मौतों पर दुःख जताया. उन्होंने कहा कि ये मौतें रोकी जा सकती थी. अगर राज्य सरकार ने स्थिति के बिगड़ने का अंदाज़ा पहले लगा लिया होता, लेकिन अब भी वक़्त है कि आगे आने-वाले नुकसान को कम किया जा सके.

राज्य सरकार को केंद्र से सहायता लेनी चाहिए…

सांसद पांडेय ने कहा कि राज्य सरकार को इस मामले में केंद्र से सहायता लेनी चाहिए, क्योंकि केंद्र का अनुभव ऐसे मामलों से निपटने में काफी बेहतर है. यहां दलगत राजनीति से ऊपर उठकर जनता की सेहत और उसकी प्राणों की रक्षा करने का अपना राजधर्म निभाना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोरोना के मरीजों को कोई भी सुविधा नहीं मिल पा रहा है. सारे अस्पताल भरे हुए हैं. नए मरीजों को भर्ती के लिए कोई भी जगह खाली नहीं है.

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