शिवम् मिश्रा, रायपुर. राजद्रोह के आरोप में घिरे निलंबित आईपीएस जीपी सिंह के खिलाफ रायपुर पुलिस ने गुरुवार को जिला न्यायालय में चार्टशीट पेश कर दिया है. पुलिस ने राजद्रोह के मामले में बिना गिरफ्तारी चार्टशीट पेश करने की अनुमति मांगी थी. दस्तावेजों के अध्ययन के बाद विधि विभाग ने चार्टशीट पेश करने की अनुमति दी थी, जिसके बाद गुरुवार को प्रथम श्रेणी न्यायाधीश ओमप्रकाश साहू के कोर्ट में 400 पेज का चार्टशीट पेश कर दिया गया.
बता दें कि आय से अधिक संपत्ति की शिकायत के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो के छापे में कुछ अहम दस्तावेज बरामद हुए थे. इन दस्तावेजों के आधार पर यह बताया गया कि जीपी सिंह सरकार गिराने का षडयंत्र कर रहे हैं. एंटी करप्शन ब्यूरो ने 3 जुलाई को रायपुर पुलिस को इस संबंध में चिट्ठी लिखी थी. दस्तावेजों के परीक्षण के बाद कोतवाली थाने में राजद्रोह का प्रकरण दर्ज किया गया था.
रायपुर पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि कोर्ट में चार्जशीट पेश करने के बाद अब फरारी साक्ष्य पेश किया जाएगा, जिसके बाद कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी किया जाएगा. पुलिस का कहना है कि जीपी सिंह के खिलाफ मिले दस्तावेजों में यह तथ्य उजागर हुआ था कि वह राज्य सरकार के खिलाफ गंभीर किस्म का षडयंत्र कर रहे हैं. जाति-धर्म के आधार पर सामाजिक वैमनस्यता फैलाने का जिक्र मिला था. साथ ही सरकार विरोधी आंदोलनों को हवा देने की भी बात सामने आई थी.
दो बार जारी हुआ है नोटिस
रायपुर पुलिस ने थाने आकर बयान देने के लिए दो बार जीपी सिंह को नोटिस जारी किया था, लेकिन वह नहीं पहुंचे. जीपी सिंह की ओर से दो बार पुलिस को अलग-अलग वजह बताई गई. पुलिस ने इसे ही आधार बनाया और विधि विभाग को बगैर गिरफ्तारी चार्टशीट पेश करने की अनुमति मांगी. बताया जा रहा है कि चार्टशीट में जीपी सिंह के कुछ करीबियों को भी आरोपी बनाया गया है, लेकिन फिलहाल किसी भी गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस कभी भी जीपी सिंह की संपत्ति जब्त कर सकती हैं.