रायपुर. वर्तमान परिस्थितियों में समग्र विश्व के लोग कोरोना से परेशान हैं. वैक्सीन के जरिए वैज्ञानिक उसको समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं. इसके अंतर्गत क्रमशः प्रथम फ्रंटलाइन वॉरियर्स, 60 साल से अधिक उम्र के, 45 साल से अधिक उम्र के और अंत में 18 साल से ज्यादा आयु के सभी लोगों को वेक्सीन देने का सरकार द्वारा निर्धारित किया गया है.

1 मई 2021 से भारत सरकार द्वारा 18 साल के ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन देने का कार्य प्रारंभ हुआ है. समर्पण ध्यान संस्कार के प्रणेता शिवकृपानंद स्वामीजी ने वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सभी लोगों को वैक्सीन लगवाने का अनुरोध पुनः किया है. इससे पहले 23 मार्च को स्वामीजी और उनकी धर्मपत्नी पूज्या गुरुमां ने स्वयं वेक्सीन का प्रथम टीका लिया था और लोगों को भी वेक्सीन लेने की अपील की थी.

वर्तमान समय में वैक्सीन को लेकर लोगों में भ्रम की स्थिति है कि वैक्सीन लेनी चाहिए या नहीं. इस संदर्भ में शिवकृपानंद स्वामीजी ने बताया है कि वर्तमान समय में वैक्सीन ही सुरक्षा कवच है. यदि वेक्सीन ली हो तो कोरोना न होने या उसका असर काफी कम होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है. आज सरकार भी १८ वर्ष के ऊपर के सभी लोगों को निःशुल्क वेक्सीन दे रही है, तब सभी को निशंक होकर वेक्सीन लेने के लिए आगे आना चाहिए और वेक्सीन के द्वारा कोरोना वायरस से स्वयं के साथ-साथ परिवार, समाज और राष्ट्र को बचाने में अपना अमूल्य योगदान देना चाहिए. ज्ञात है कि समर्पण ध्यान संस्कार के देश-विदेश में अनेक आश्रम और ध्यानकेंद्र हैं और लाखों लोग जाति-धर्म, देश, भाषा के भेदभाव से परे होकर ध्यान करते हैं. वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार आज जबकि आश्रम और ध्यानकेंद्र बंद हैं, तब स्वामीजी के ऑनलाइन ध्यानशिविरों और इसके साथ-साथ सामूहिक ध्यान का लाभ लोग घर में रहकर ले रहे हैं और वर्तमान परिस्थितियों में नियमित ध्यान के द्वारा सन्तुलन, शांति और समाधानपूर्वक जीवन जी रहे हैं.