अंबिकापुर. ‘औद्योगिक विकास से ग्राम विकास’ योजना के अंतर्गत ग्राम साल्ही के शासकीय प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल के 30 से अधिक छात्रों तथा छात्राओं ने शैक्षणिक भ्रमण किया. ग्राम परसा में अदाणी फॉउंडेशन द्वारा आजीविका संवर्धन के तहत चलाए जा रहे विभिन्न परियोजनाओं को सभी ने करीब से जाना. इन बच्चों ने परसा ग्राम पंचायत कार्यालय परिसर में स्थित दुग्धशाला में गायों और उनके रख-रखाव का अवलोकन किया. साथ ही गायों के गोबर से केंचुआ खाद बनाने की प्रक्रिया को समझा. भ्रमण के अगले पड़ाव में छात्रों ने गोकुलधाम परियोजना के अंतर्गत हरा चारा के रूप में नेपियर घास की खेती का अवलोकन कर उससे किसानों को होने वाली मुनाफे के बारे में जाना.
इन छात्रों ने महिला सहकारी समिति ‘मब्स’ के द्वारा संचालित मसाला पिसाई व पैकेजिंग इकाई का भी भ्रमण किया. इस दौरान पारस्परिक विचार-विमर्श व अनुभव साझा करने के सत्र के दौरान प्रधानाध्यापिका किरण ने अदाणी फॉउंडेशन की सराहना करते हुए कहा कि “औद्योगिक विकास से ग्राम विकास की झलक स्पष्ट रूप से दिख रही है. परसा ग्राम के ग्रामीण पूरी तरह से जैविक खेती कर रहे हैं साथ ही महिलाएं घरों से बाहर निकल कर आत्मविश्वास के साथ आर्थिक उपार्जन कर रही हैं.” भ्रमण के अंत में सभी छात्रों ने व्यक्तिगत अनुभवों के आधार पर गाय पालन से होने वाले लाभ तथा जैविक खेती के प्रति अपनी रुचि के बारे में भी बताया.
अदाणी फाउंडेशन के बारे में
1996 में स्थापित, अदाणी फाउंडेशन वर्तमान में 18 राज्यों में सक्रिय है, जिसमें देश भर के 2250 गांव और कस्बे शामिल हैं. फाउंडेशन के पास प्रोफेशनल लोगों की टीम है, जो नवाचार, जन भागीदारी और सहयोग की भावना के साथ काम करती है. वार्षिक रूप से 3.2 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करते हुए अदाणी फाउंडेशन चार प्रमुख क्षेत्रों- शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, सतत आजीविका विकास और बुनियादी ढा़ंचे के विकास, पर ध्यान केंद्रित करने के साथ सामाजिक पूंजी बनाने की दिशा में काम करता है. अदाणी फाउंडेशन ग्रामीण और शहरी समुदायों के समावेशी विकास और टिकाऊ प्रगति के लिए कार्य करता है, और इस तरह, राष्ट्र-निर्माण में अपना योगदान देता है.