गौरेला पेंड्रा मरवाही। जिले के मरवाही क्षेत्र के जंगल में एक बार फिर अब तक के सबसे बड़ी संख्या में 39 हाथियों के दल ने दस्तक दी. इसके बाद यहां एक मादा हाथी ने शावक को जन्म दिया, जिसके बाद अब इस झुंड में हाथियों की संख्या 40 हो गई है.

हाथियों के इस दल में करीब आधा दर्जन शावक भी होना बताया जा रहा है, जिसके चलते यह कयास लगाए जा रहे हैं. हाथियों का यह दल अगले कुछ दिनों तक मरवाही के बेलझिरिया, कटरा, उशाढ़, सेमरदर्री और नाका के आसपास के गांवों में सुखाड़ नदी के किनारे जंगल में ही डेरा डाले रह सकता है.

हाथियों के इस दल ने कोरिया जिले से मरवाही वनमंडल की सीमा में दस्तक दी और बेलझिरिया बस्ती के किसानों की फसलों को रौंद डाली, और करीब आठ किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है. वहीं वन विभाग की टीम डिप्टी रेंजर के भरोसे दिखाई दे रही है. यहां रातभर गश्त तो की गई मुनादी भी की गई, लेकिन लोग हाथियों की फोटो, सेल्फी और वीडियो बनाने के चक्कर में जान जोखिम में डालते हुए नजर आए.

दो दिन पहले ही हाथी प्रभावित वनमंडलों के अधिकारियों की बैठक में इस प्रकार सेल्फी लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया था. वहीं मरवाही वनमंडल के अधिकारी हाथियों को लेकर होने वाली बैठकों में रायपुर तो जाते हैं, लेकिन उनकी सीमा में हाथियों की दस्तक होती है तो फिर प्रभावित इलाके में जाने में हीलाहवाली की जाती है.

बहरहाल, मरवाही में अब तक हाथियों का यह सबसे बड़ा झुंड आया है. इसके पहले साल 2016 से हाथियों की आवाजाही जो शुरू हुई. उसमें एक बार 23 तो दूसरी बार 34 हाथियों का दल आया था. अब 40 हाथियों की दस्तक ग्रामीणों में दहशत का कारण बन गई है.

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