प्रतीक चौहान. संयुक्त संचालक द्वारा संविदा कर्मचारी से अभद्रता और गाली-गलौज कर उसे मुंह दिखाने लायक न छोड़ने की धमकी देने का मामला सामने आया है. इस मामले में प्रार्थिया ने थाने में पशु चिकित्सा सेवाएं पंडरी में पदस्थ संयुक्त संचालक डॉ शंकर लाल उईके के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है.

 पुलिस सूत्रों के मुताबिक एक संविदा कर्मचारी युवती ने संयुक्त संचालक के खिलाफ उसके साथ चेंबर में बुलाकर अभद्रता की शिकायत की थी. एफआईआर के मुताबिक जब युवती के साथ ये सब हुआ, तब वहां 3 अन्य लोग भी मौजूद  थे, जिसमें एक महिला स्टॉफ भी मौजूद है.

हालांकि उक्त 3 लोगों पर महिला ने मौन रहने का आरोप लगाया है और पूरी अभद्रता संयुक्त संचालक द्वारा किए जाने का आरोप लगाया है. दर्ज FIR के मुताबिक संयुक्त संचालक ने युवती को धमकी देते हुए करियर बर्बाद करने, मुंह दिखाने लायक न छोड़ने और खुजली मिटाने जैसी बातों के साथ-साथ अनुसूचित जनजाति विभाग में फंसा देने तक की धमकी दी.

दर्ज एफआईआर के मुताबिक संयुक्त संचालक ने रजिस्टर भी फेंका और युवती का फोन छिनकर महिला स्टॉफ से जांच भी करवाया. बता दें कि इस पूरे मामले की एफआईआर पंडरी थाने में दर्ज कराई गई है, आरोपी संयुक्त संचालक के खिलाफ पुलिस ने धारा 294 और 506 के तहत नामजद अपराध दर्ज किया है.

क्या है पूरा मामला ?

कृत्रिम गर्भाधान केन्द्र रायपुर के अन्तर्गत उपकेन्द्र तेलीबांधा में एवीएफओ संविदा के पद पर कार्यरत एक कर्मचारी ने थाने में जो रिपोर्ट दर्ज कराई है. उसके मुताबिक 25 जुलाई 2023 को सुबह 10.53 बजे कार्यालय जेडी रायपुर ग्रुप में मैसेज आया, जिसमें एक मोबाइल से उन्हें फोन आया था कि जिसमें तेलीबांधा के एवीएफओ फोन नहीं उठा रही है. इसकी शिकायत मिली है. जिसमें 12.00 बजे तेलीबांधा के एवीएफओ को सभी रजिस्टर के साथ मिलने के लिए कहा.

 तब प्रार्थिया संयुक्त संचालक के पशु चिकित्सा सेवाएं पंडरी रायपुर 12.00 बजे पहुंची. आरोप है कि डॉ. शंकर लाल उईके ने उसे 12.30 बजे अपने चेंबर में बुलवाया और वहा मौजूद डॉ. सुमित गर्ग, डॉ. अजय अग्रवाल एवं मरियम सोनी उपस्थित थे. आरोप है कि मरियम सोनी ने प्रार्थिया का मोबाइल छीना और डॉ. शंकर लाल उईके ने उसके साथ गाली गलौज करनी शुरू कर दी. दर्ज एफआईआर के मुताबिक आरोपी संयुक्त संचालक ने प्रार्थिया से कहा कि ऐसा हाल बनाउंगा कि कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहोगी. एफआईआर में प्रार्थिया ने और कई गंभीर आरोप भी संयुक्त संचालक पर लगाए हैं.

मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं. जिस युवती ने थाने में एफआईआर कराई है उसकी कई शिकायतें आ रही थी, जिसके बाद उसे बुलाया गया था. जब युवती आई तो चेंबर में महिला अधिकारी समेत अन्य लोग भी मौजूद थे. सभी ने जाकर थाने में अपना बयान दर्ज करा दिया है. जब मुझे बुलाया जाएगा तो मैं भी अपना बयान दर्ज कराऊंगा.
डॉ शंकर लाल उईके, संयुक्त संचालक, पशु चिकित्सा सेवाएं