कहते हैं ना, कि इबादत में बहुत बडी ताकत होती है. यह सिर्फ कहावत नहीं है जनाब, जिन्हें ऊपर वाले पर भरोसा होता है और जो दिल से इबादत करते हैं, उन्हें अंदर से एक ताकत महसूस होती है. यह ताकत बुराई, बीमारी और अराजकता के खिलाफ जंग लडने में काम आती है. कोरोना संक्रमण के दौर में इस ताकत का आभाष हो रहा है. हमारे फ्रंट लाइन कोरोना फाइटर्स यानी डाक्टर्स और स्वास्थ्य सेवा से जुडे अन्य कर्मचारियों में बहुत से इस समय रमजान के पवित्र महीने में इबादत में जुटे हैं.

इबादत के साथ ही वे समाज से कोरोना वायरस की बीमारी को खत्म करने के लिए भी काम कर रहे हैं. कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम व बचाव के लिए गठित स्टेट COVID-19 कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में भी कुछ अधिकारी व कर्मचारी ऐसे हैं, जो इन दिनों रमजान के रोज़े और ईबादत पूरी करते हुए अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं. इनमें से कुछ तो ऐसे हैं जो सबसे ज्यादा संक्रमण प्रभावित जगहों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम व बचाव के लिए राज्य शासन ने राज्य स्तरीय COVID-19 कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (Command and control center) का गठन किया है, जो न्यू सर्किट हाऊस सिविल लाइन्स में संचालित है. विभाग द्वारा स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत अधिकारीयों और कर्मचारियों को विभिन्न दावयत्व सौंपे गए हैं. डॉ. मोहम्मद जावेद कुरैशी राज्य योजना प्रबंधक के रूप में कार्यरत हैं. उनके द्वारा विभिन्न योजनाओं में सहयोग और विभिन्न कार्यरत एजेंसियों के बीच समन्वय का काम किया जा रहा है. कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम और बचाव के लिए बनाई जा रही विभिन्न योजनाओं में सम्मिलित हो कर वे इस जंग में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं.

मोहम्मद हाशिम खान जो एड्स नियंत्रण समिति के उप संचालक हैं. इनके द्वारा फैक्ट चेकिंग यूनिट के सदस्य के रूप में अपनी सेवाएं दी जा रही हैं. विभिन्न प्रकार के भ्रामक समाचारों के नियंत्रण व त्वरित कार्रवाई के लिए इस दल का गठन किया गया है. मोहम्मद जावेद खान प्रशासकीय सहायक हैं. उनके द्वारा प्रशासकीय कार्यों और विभिन्न कार्यालयीन व्यवस्थाओं का संधारण किया जा रहा है.

अज़हर कुरैशी के द्वारा विभिन्न जारी दिशानिर्देशों को तैयार किये जाने में अपनी तकनीकी सहायता प्रदान की जा रही है. वहीं जामिल खान द्वारा वित्तीय कार्यों में अपनी सहायता दी जा रही है. डॉ. मो. जावेद कुरैशी, मोहम्मद जावेद खान और अज़हर कुरैशी सपरिवार कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. कोरोना संक्रमण के दौरान भी उनके द्वारा विभागीय कार्यों में सहयोग प्रदान किया जाता रहा है.

सभी रामजान के पूरे रोज़े रखते हुए अपनी सेवाएं पूर्ण कर्मठता और निष्ठा के दे रहे हैं. सभी अपील करते हुए कहते हैं कि लोग COVID-19 संक्रमण के इस दौर में पूरी जिम्मेदारी के साथ सरकार की गाइड लाइन का पालन करते हुए बीमारी के खिलाफ जंग में अपनी भूमिका निभाएं और देश की तरक्की के लिए आपसी भाईचारे के साथ आगे बढें. वे ईद पर फिजूलखर्ची कम करने की भी लोगों से अपील कर रहे हैं.

उनका कहना है कि तंगी के इस दौर में सादगी और खुशी के साथ घर पर ईद का पर्व मनाया जा सकता है. फिजिकल डिस्टेंसिंग के महत्व को समझते हुए लोगों से गले मिलकर नहीं, बल्कि उन्हें याद कर, फोन पर उनसे बात कर उनके लिए दिल से दुआ करें. ज़रुरतमंदों की मदद करें और लॉकडाउन का पालन करते हुए ईबादत करें, ताकि बीमारी के खिलाफ जंग को और भी ताकत मिले. उक्त सभी अधिकारियों ने आम जनता से कोविड टीकाकरण कराने की पुरजोर अपील की है.