रायपुर. छग लोक सेवा आयोग ने वन सेवा (संयुक्त) परीक्षा 2020 की लिखित परीक्षा 5 दिसंबर 2022 को आयोजित किया था, जिसका परिणाम आज तक नहीं आया है. इस मामले को लेकर अभ्यर्थियों ने वन मंत्री मोहम्मद अकबर को ज्ञापन सौंपा और जल्द परिणाम की घोषणा कराने की मांग की.
ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिभागी चित्रा जैन, अमितेश सिंह परिहार, प्रितेश पांडे आदि ने बताया कि उच्च न्यायालय ने इस परीक्षा के परिणाम घोषित करने पर रोक लगाकर दो महीने बाद केस की सुनवाई करने का आदेश दिया था पर आज तीन महीने बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई है. इसके चलते अभ्यर्थियों ने पैसा इकटठा कर प्राइवेट एडवोकेट से इंनोवेशन केस लगाया गया परंतु फाइनल हियरिंग की तारीख मिलने के बावजूद केस का नंबर नहीं लग पा रहा. 14 मई से कोर्ट में एक महीने का ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरु हो जाएगा.

मानसिक रुप से प्रताड़ित महसूस कर रहे अभ्यर्थी

कुछ एडवोकेट का कहना है कि सरकार एडवोकेट जनरल के माध्यम से त्वरित सुनवाई करा सकती है. अभ्यर्थियों ने वन मंत्री को बताया कि मामला प्रक्रियाधीन होने से सभी दो साल से मानसिक रुप से प्रताड़ित महसूस कर रहे इसलिए इस परीक्षा संबंधी स्थिति से अवगत होकर आवश्यक निर्णय लें. छात्रों ने इस संबंध में वनमंत्री से एडवोकेट जनरल को पत्र लिख छात्रों के हित को समझाने की भी मांग की है.