संजीव शर्मा, कोंडागांव. देशभर में ही नहीं बल्कि उड़ान समूहों के द्वारा तैयार प्रोडक्ट विदेशों तक भी पहुंचने लगा है. यही वजह है कि उड़ान समूह की महिलाओं ने बहुत जल्दी ही अपने प्रोडक्ट के नाम से ऊंची उड़ान भरी है, मगर यहां मौजूद जिला पंचायत के कुछ सरकारी कर्मचारीयों द्वारा यहां के सामग्रियों में मिलावट करवाया जा रहा है. ऐसा हम इसलिए कह सकते हैं कि, यहां पर जिला पंचायत के कर्मचारियों की देखरेख में स्थानीय महिलाओं के द्वारा यह प्रोडक्ट तैयार किया जाता है. कच्चा माल बाजारों से लेकर यहां पर तैयार किया जाता है और इसका पूरा प्रोसेस विहान के बने एक ही छत के नीचे होता है.

उड़ान में मिले निजी कंपनियों के हल्दी के पैकेट बोरियों में रखा हुआ मिलता है तो कुछ को खाली कर दूसरे पैकेटो में भरा गया था, जबकि यहां के प्रोडक्ट शुद्धता की वजह से लोग यहां से खरीदी करते हैं जब हमने यहां के कर्मचारी से पूछा कि एक निजी कंपनी के इतने सारे हल्दी के पैकेट यहां पर क्यों मौजूद हैं, तो फिर अपने ऊपर अधिकारी से बात करने की बात कहते गोल मोल जवाब दिया जा रहा है ऐसे मे सवाल उठता है कि जब एक छोटा सा प्रोसेस अगर यहां पर नहीं करवाया जा रहा है बल्कि निजी कंपनियों को पैकेट को खोलकर वहां से हल्दी लेकर दूसरे पैकेटो में भर कर अपना टैग लगा दिया जा रहा है तो शुद्धता पर सवाल उठना लाजमी है .

जब हल्दी की पैसाई तक नहीं कर दूसरे कम्पनियों के माल भरा जा रहा है, तो दूसरे तैयार हो रहे प्रोडक्ट के गुणवता पर भी जांच बनता है. फिलहाल मामले को जिला पंचायत सीईओ प्रेम प्रकाश शर्मा द्वारा गंभीरता से लिया गया है और जांच कर कार्रवाई करने की बात कही गई है.

प्रेमप्रकाश शर्मा जिला पंचायत सीईओ ने कहा, मामला गंभीर है. ऐसे तो होना नहीं चाहिए, क्योंकि उड़ान की पहचान बनाने में हम सब ने काफी मेहनत की है और गुणवत्ता पर सवाल नहीं उठने चाहिए. क्योंकि यहां स्थानीय महिलाओं द्वारा यहीं से कच्चा माल लेकर यह तैयार किया जाता है और यह पूरे पारदर्शिता के साथ यहां तैयार किया जाता है. अगर मिलावट की जा रही है तो उन कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई जांच के बाद की जाएगी और निजी कम्पनियों के हल्दी पैकेट कैसे यहां पहुंचे हैं. जांच के बाद पता लग पायेगा.