वर्षबोनस राशि (रुपये)
201548,500
201654,000
201757,000
201860,500
201964,700
202068,500
202172,500
202276,500
202385,000
202493,750

CG News: कोरबा. कोयला उद्योग में अब त्योहारी बोनस को लेकर कोयला कर्मचारियों के बीच चर्चा शुरू हो गई है. कोल इंडिया में अगले माह के आखिर तक इस मुददे पर प्रबंधन और श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच चर्चा होनी है. बोनस डिसाइड करने के लिए 23 सितंबर को बैठक हो सकती है. इस बार कोयला कर्मचारी पिछले वर्ष की तुलना में एक लाख से ज्यादा बोनस मिलने की उम्मीद कर रहे हैं.

कोल इंडिया प्रबंधन की ओर से कोयला कर्मचारियों को प्रत्येक वर्ष दुर्गा पूजा-दशहरा के अवसर पर परफार्मेश लिंक रिवार्ड (पीएलआर) के रूप में बोनस राशि का भुगतान किया जाता है. जेबीसीसीआई की स्टेंडराइजेशन कमेटी में शामिल प्रबंधन व यूनियनों के प्रतिनिधि इसको लेकर फैसला करते हैं . गत वित्तीय वर्ष में कोल इंडिया मुनाफे में रही है. इसे देखते हुए श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधी भी अब बीते वर्ष की तुलना में कोयला कर्मचारियों को ज्यादा बोनस दिलाने के लिए प्रयास करने की बात कर रहे है. कुछ दिनों पहले कोरबा दौरे पर पहुंचे बीएमएस के राष्ट्रीय कोल प्रभारी के लक्ष्मा रेड्डी ने भी कहा था कि वे इस बारे कोयला कर्मचारियों को बीते वर्ष की अपेक्षा ज्यादा बोनस दिला सकें इसके लिए कोशिश होगी.

22 सितंबर से दुर्गापूजा उत्सव प्रारंभ होगा. इस बीच 23 सितंबर को दिल्ली में स्टेण्डराइजेशन कमेटी होने की चर्चा है, जिसमें बोनस पर फैसला किया जाएगा.

पिछली बार 93,700 रूपए मिला था बोनस

एसईसीएल सहित कोल इंडिया के अन्य सहायक कंपनियों में कार्यरत प्रत्येेक कर्मचारियों को बीते वर्ष परफामेंश लिंक रिवार्ड के रूप में 93700 रूपए बोनस प्रदान किया गया था. ऐसे में कर्मचारी उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार बोनस की राशि एक लाख से ज्यादा होनी चाहिए.

कोल इंडिया में दो लाख 20 हजार कर्मचारी

कोल इंडिया के अलावा इसके सहायक कंपनियों इसीएल,बीसीसीएल,सीसीएल,डब्लूसीएल,एसईसीएल,एमसीएल,एनसीएल,एनईसी व सीएमपीडीआई को मिलाकर लगभग 2 लाख 20 हजार से ज्यादा कर्मचारी है. बोनस को लेकर कोयला कंपनियों में कर्मचारियों के बीच जहां चर्चा शुरू हो गई है.