प्रतीक चौहान. रायपुर/राजनांदगांव. 80 साल के एक रिटार्यड डॉक्टर जॉन इमैनुअल की रूह कांपने वाली शिकायत सामने आई है. बुजुर्ग ने राजनांदगांव पुलिस से जो शिकायत की है, उसे पढ़कर आपके आंखों में आसू आ जाएंगे.

  इस शिकायत में बुजुर्ग रिटार्यड डॉक्टर ने लिखा है कि जब से उन्होंने राजनांदगांव में उन्होंने अपने बुढ़ापे का सहारा मानकर अपनी पत्नी के नाम की करीब 11 डिसमील सर्वसुविधायुक्त जमीन और घर अपनी बेटी के नाम कर दिया. लेकिन जब से ये जमीन उन्होंने बेटी के नाम किया है तब से उनके दामाद और बेटी का व्यवहार बदल गया है. रिटायर्ड डॉक्टर की शिकायत के मुताबिक उन्हें न घर में कोई खाना देता है और न पानी. यहां तक की उनकी जासूसी भी करवाई जा रही है. जबकि उन्होंने अपनी बेटी को एमए तक की पढ़ाई करवाई, जिसके बाद आज बेटी शासकीय स्कूल में शिक्षक है और उसका वेतन करीब 37 हजार रूपए है. वहीं उन्हें हर महीने की दवाई के लिए भी दर-दर भटकना पड़ता है.

वहीं इस शिकायत में बुजुर्ग ने अपने दामाद क्रिस्टोफर पाल के खिलाफ भी शिकायत की है. जो पालक संघ के अध्यक्ष बताए जा रहे है.

पूरे मामले की जांच कर रही पुलिस

राजनांदगांव पुलिस से इस पूरे मामले की शिकायत के बाद पुलिस इस मामले में जांच कर रही है. सूत्र बताते है कि बुजुर्ग के दामाद क्रिस्टोफर पाल और बेटी भावना पाल को बुलाया गया था और उन्हें बुजुर्ग का ख्याल रखने समझाइश दी गई है.

 जबकि ऐसे ही एक मामले में कुछ वर्षों पहले महासमुंद में एक हेड कांस्टेबल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी.  हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं है कि राजनांदगांव पुलिस बुजुर्ग डॉक्टर की शिकायत पर केवल समझाइश देकर मामले को रफा-दफा कर देते है या बुजुर्ग के साथ ऐसा सलूक करने वाली बेटी और दामाद के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई की जाती है.

इस संबंध में पालक संघ के अध्यक्ष क्रिस्टोफर पाल से उनका पक्ष लेने फोन किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.