रायपुर. बस्तर में मिली बाघ की खाल के मामले में एक चौकाने वाला खुलासा हुआ है. जानकारी के मुताबिक इस मामले में एक टीआई और 2 एएसआई भी लिप्त है. लेकिन इस पूरी कार्रवाई के बाद पुलिस का अमला इन अधिकारियों को बचाने की कोशिश में जुट गया है.

पुलिस के उच्च अधिकारी अब ये तर्क दे रहे है कि उनके खिलाफ कार्रवाई की गई तो पुलिस की छवि खराब होगी. यही कारण है कि वे मौके मौजूद थे, लेकिन वे वहां से फरार हो गए है. (इस मामले से जुड़े ये खबर भी जरूर पढ़े)

कैसे हुआ इस मामले का खुलासा ?

सूत्र बताते है कि इस पूरे मामला का खुलासा एक महिला सूत्र के माध्यम से वन विभाग की टीम ने किया है. सूत्रों की माने तो उक्त महिला सूत्र के पास एक मोबाइल रिकार्डिंग मौजूद है. इस मोबाइल रिकार्डिंग में बाघ की खाल की खरीदी के संबंध में बातचीत की जा रही है. लेकिन उक्त महिला सूत्र इस पूरे मामले में कार्रवाई के बाद पूरी तरह अंजान बन रही है.

इस रिकार्डिंग के आधार पर ही उच्च अधिकारियों ने योजना बनाई और फिर ये कार्रवाई की गई है. लेकिन पुलिस के टीआई स्तर के अधिकारी का नाम इस पूरे मामले में सामने आने के बाद अब पूरा अमला उन्हें बचाने में लग गया है. यही कारण है कि न वन विभाग और पुलिस के उच्च अधिकारी टीआई और एएसआई का नाम बचाने से बच रहे है.