CG News : संजीव शर्मा, कोंडागांव. मर्दापाल विकासखंड के ग्राम पदेली स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में गुरुवार को दर्दनाक हादसा हो गया. आंगनबाड़ी परिसर में खेलते-खेलते ढाई साल की मासूम माहेश्वरी यादव करंट की चपेट में आ गई, जिससे उसकी मौत हो गई. घटना को लेकर परिजनों ने आंगनबाड़ी प्रबंधन की लापरवाही के खिलाफ आक्रोश जताया है. उन्होंने घटना की जांच और मुआवजे की मांगी की है. वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की सेवा समाप्त कर दी गई है.


विभागीय लापरवाही बनी हादसे का कारण बना
ग्रामीणों और परिजनों का आरोप है कि आंगनबाड़ी केंद्र में विद्युत व्यवस्था काफी दिनों से खराब थी. वायरिंग और बिजली के उपकरण खुले पड़े थे, जिसकी जानकारी कई बार अधिकारियों को दी गई, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. इसी लापरवाही के कारण मासूस की मौत हो गई
परिजनों और ग्रामीणों का फूटा आक्रोश

मौत की खबर मिलते ही परिजन और ग्रामीण आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे और विभागीय लापरवाही के खिलाफ जमकर आक्रोश जताया. उनका कहना था कि छोटे-छोटे बच्चों के पढ़ने-खेलने की जगह पर इतनी गंभीर विद्युत समस्या होना सीधे-सीधे प्रशासन की घोर लापरवाही को दर्शाता है. ग्रामीणों ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजे की मांग की.
जांच की मांग
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा. अधिकारियों ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उस के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि केवल आश्वासन से काम नहीं चलेगा, बल्कि विभागीय जिम्मेदारों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए. यह हादसा केवल एक परिवार की पीड़ा नहीं है, बल्कि सरकारी व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है. जिस जगह बच्चों को सुरक्षित माहौल मिलना चाहिए, वहीं उनकी जान जोखिम में है.
महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी मनीष कुमार मेश्राम ने घटना को लेकर कहा कि दुःखद हादसा है. कार्य में लापवाही के चलते पदेली की कार्यकर्त्ता और सहायिका दोनों को सेवा से पृथक कर दिया गया है. हादसे के कारणों की जांच की जा रही है.
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