सरगुजा. अंबिकापुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती विचाराधीन बंदी की मौत हो गई. मृतक बंदी के परिजनों ने जेल प्रबंधक पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
मृतक के भाई पंकज सरकार ने बताया कि जेल में बंद उसके भाई शिबू से मिलने उसकी मौसी हर 15 दिन में जाया करती थी. इस बार भी 15 दिन के बाद अंबिकापुर जेल में उससे मिलने गई थी. वहां 4-5 लोगों ने सीबू को पकड़ कर लाया. इस दौरान बंदी की तबीयत खराब होने पर मौसी ने इलाज कराने की बात कही, जिसके बाद जेल प्रबंधक ने बंदी शिबू को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया.
परिजनों का आरोप है कि जब शिबू को अस्पताल में भर्ती कराया गया तो इसकी जानकारी परिजनों को नहीं दी गई. इस पूरे मामले में परिजन जेल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं, वहीं पुलिस ने बताया कि तबियत खराब होने पर जेल प्रहरी ने 11 मई को बंदी शीबू को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया था, उपचार के दौरान आज सुबह विचाराधीन बंदी की मौत हो गई. पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.
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