CG News: रायपुर. छत्तीसगढ़ के युवा बेरोजगार इंजीनियरों ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) पर गंभीर आरोप लगाए है. इंजीनियरों का कहना है कि विभाग ने 118 पर उप अभियंता (सिविल) के पदों की भर्ती निकाली है, लेकिन इन पदों के लिए BE/ BTech कर सिविल इंजीनियर बने इंजीनियरों को नौकरी नहीं दी जाएगी, ऐसा इसलिए क्योंकि भर्ती विज्ञापन में विभाग ने तो अर्हता मांगी है वो केवल 3 वर्ष के डिप्लोमा की है. यही कारण है कि अब युवा इंजीनियरों ने एक जुटता दिखाते हुए इसका विरोध शुरू कर दिया है.

युवा इंजीनियरों ने दावा किया है कि इस पूरे मामलो के लोकर वे पीएचई विभाग के उच्च पदस्थ अधिकारी ईएनसी से मिलने और अपनी मांग रखने गए थे, लेकिन वहां उन्होंने इंजीनियरों की मांगों को दरकिनार कर दिया, जिसके बाद वे अब वित्त मंत्री ओपी चौधरी और विधायक राजेश मूणत के पास पहुंचे है. इंजीनियरों का कहना है कि राज्य निर्माण से 2025 तक कुल 20 बार JE की भर्ती हुई है, लेकिन  कभी भी ऐसे नियम नहीं बनाए गए हैं, जिसमें ये कहा गया हो कि तीन वर्षीय डिप्लोमाधारी को ही इन पदों के लिए पात्रता होगी. छात्रों का दावा है कि विभाग के इस नियम से करीब 1 लाख इंजीनयर परीक्षा में बैठने से वंचित हो जाएंगे.

इस पूरे मामले में पीएचई विभाग का पक्ष जानने ईएनसी से संपर्क किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी.