बलौदाबाजार. एसएसपी दीपक झा के निर्देश पर पुलिस ने सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. थाना भाटापारा ग्रामीण और सिमगा की संयुक्त टीम ने मुख्य सरगना रविशंकर सहित गिरोह के नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से धोखाधड़ी किए गए 10 लाख रुपए बरामद किए गए.

आरोपी रेल्वे विभाग, वनविभाग, बिजली विभाग, आर्मी में नौकरी का झांसा देकर बेरोजगार युवकों को धोखाधड़ी का शिकार बनाते थे. अब तक देश भर में 15 से 20 युवकों को बना शिकार बना चुके है. ठगी गिरोह आवेदकों को फर्जी आवेदन पत्र, नियुक्ती आदेश, चयन सूचि तैयार कर उपलब्ध कराता था. मुख्य आरोपी रविशंकर आवेदकों से फर्जी नाम सुशोभन घोष, शिव प्रसाद पटेल, अर्जुन नाम बताकर ठगी करता था.

वरिष्ट पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा ने जिले में नौकरी लगाने के नाम से धोखाधडी के मामलों में किसी बड़े पेशेवर संगठित गिरोह के द्धारा वारदात को अंजाम देने के संबंध मे विशेष रुचि लेकर गंभीरता पूर्वक साक्ष्य संकलन किया. इसके बाद आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए. जिसके पालन में थाना भाटापारा ग्रामीण अंतर्गत प्रार्थी रामशंकर पटेल से रेल्वे विभाग मे गेटमेन की नौकरी के नाम पर धोखाधडी की शिकायत और थाना सिमगा अंतर्गत प्रार्थी नरेन्द्र गायकवाड द्धारा वनविभाग मे वनरक्षक के पद पर नौकरी के नाम पर धोखाधडी की शिकायत प्राप्त होने पर दोनो मामलों के तरीका वारदात एक समानता होने पर किसी बडे संगठित गिरोह का हाथ होने का प्रबल संभावना हुई. जिसके संबंध मे वरिष्ट पुलिस अधीक्षक को अवगत कराकर उनके मानिटरिंग मे एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीताम्बर पटेल, अनुविभागीय पुलिस अधीकारी सिद्धार्थ बघेल के पर्यवेक्षण मे थाना प्रभारी भाटापारा ग्रामीण रोशन सिंह राजपूत एवं थाना सिमगा प्रभारी पुरुषोत्तम कुर्रे के नेतृत्व मे दोनेा थानो की अलग-अलग 10 टीमे बनाकर आरोपीगणो के तरीके वारदात को समझकर एवं प्रकरण मे आवश्यक साक्ष्य संकलन कर एवं तकनिकी विश्लेषण कर प्रकरण मे संलिप्त आरोपीयों को चिन्हाकिंत किया गया.

 

विशेष पुलिस टीम द्वारा लगातार विशेष अभियान चलाकर अथक मेहनत प्रयास कर जाल बिछाकर प्रकरण के घटना के मुख्य सरगना रवि शंकर निवासी कलकत्ता को रायपुर से पकडा गया. इसके अन्य सभी 08 साथियो अमित सिंह, संतोष कुमार साहु, सौरभ चक्रवर्ती, देवप्रसाद पात्रे उर्फ़ देवाचंचल पाल अमित कुमार शास्री देवानंद साहू उर्फ़ देवा साहू, ठाकुर राजेन्द्र कुमार सिंग को भिलाई, कोरबा, रायगढ, बेमेतरा, जांजगीर, रायपुर से दबिश देकर उनके कब्जे से भौतिक साक्ष्य बरामद कर जप्त किया गया. संबंधित मामलों में गिरफ्तार करने और आरोपीगण से 10 लाख 50 हजार रुपए बरामद करने मे सफलता प्राप्त हुई है. प्रकरण मे अन्य अभियुक्तो की पता तलाश जारी है, जिन्हे शीघ्र ही गिरफ्तार किया जाएगा.

कार्रवाई में इनकी रही बड़ी भूमिका

थाना भाटापारा ग्रामीण उपनिरी रोशन सिंह राजपूत, सउनि जीवन लाल वर्मा, प्रआर समीर शुक्ला, नवीन कुर्रे, राजेश सेन, आरक्षक अरविन्द कौशिक, रामसनेही कैवर्त, लोरिक सांडिल्य, तिलक चंद्रवंशी,थाना सिमगा उपनिरी पुरुषोत्तम कुर्रे, सउनि ईश्वर टोप्पो, आर हेमन्त राजपूत और उसकी टीम, थाना सुहेला से प्रआर धनंजय यादव व उसकी टीम, सायबर सेल बलौदाबाजार से आरक्षक कुमार जायसवाल शामिल हैं.

इन आरोपियों की हुई गिरफ्तारी

गिरफ्तार आरोपियों में रविशंकर पिता रामानंद प्रसाद उर्फ रामजी (32), अमित सिंह पिता प्रदीप सिंह (38), संतोष कुमार साहु पिता पुहुपराम साहु (36), सौरभ चक्रवर्ती पिता समर चक्रवर्ती (29), देव प्रसाद पात्रे उर्फ़ देवा पात्रे पिता रामनारायण पात्रे (31), चंचल पाल पिता शीतल प्रियोपाल (50), अमित कुमार शास्री पिता मोहन लाल शास्त्री (32), देवानंद साहू उर्फ़ देवा साहू पिता सहरलाल साहू (29) और ठाकुर राजेन्द्र कुमार सिंग पिता अमिल सिंह ठाकुर (50).