रायपुर. आज के समय में शिक्षा का महत्व बहुत अधिक बढ़ चुका है. शिक्षित व्यक्ति को समाज में एक अलग नजरिए से देखा जाता है, लेकिन आज भी रायपुर के काफी बस्तियों में ऐसे बच्चे हैं जो शिक्षा से वंचित है, उन बच्चों को विश्व हिंदू परिषद ने मुफ्त में शिक्षित करने का निर्णय लिया है, जिसके तहत आज “बस्ती की पाठशाला” की शुरूआत की गई. इस पाठशाला में ऐसे बच्चों को पढ़ाया जाएगा जो पढ़ाई से अनभिज्ञ हैं, ऐसे बच्चे जिनके मां बाप सुबह से ही मजदूरी में चले जाते हैं. कुछ बच्चे ऐसे भी जिनकी पढ़ाई में उनके माता-पिता ध्यान नहीं दे पाते, ऐसे बच्चों को पाठशाला में शिक्षित किया जाएगा.

विश्व हिंदू परिषद के प्रांत अध्यक्ष धवल शाह ने बताया कि “बस्ती की पाठशाला” एक ऐसी पाठशाला होगी, जो बच्चों को डेली बेसिस पर ट्यूशन देगी. बस्ती के बच्चे पढ़ाई के माध्यम से संस्कृति और सभ्यता के बारे में भी जान पाएंगे और उन्हें सही संस्कार भी मिलेगा, जिससे वह आगे सही दिशा में बढ़ सके. वहीं अशोक फाउंडेशन सेवा समिति के सेवा प्रमुख हितेश राय ने कहा कि बस्ती की पाठशाला उसका आज शुभारंभ हो रहा है. विश्व हिंदू परिषद के हमारे राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रमेश मोदी हमारे प्रेरणा स्रोत हैं. उनके ही विचार से बस्ती की पाठशाला का शुभारंभ किया गया. यहां केवल पढ़ाई ही नहीं बल्कि बच्चों को बेहतर संस्कार दिए जाएंगे.

विश्व हिंदू परिषद के सदस्य मनोज कोठारी ने कहा कि छोटी बस्तियों में जहां गरीब वर्ग के लोग रहते हैं, उनके लिए पाठशाला की शुरुआत की जा रही है. हमारा लक्ष्य है कि हम पूरे रायपुर में लगभग 100 अलग-अलग बस्तियों में पाठशाला को खोलें. समाज में हर व्यक्ति का शिक्षित होना उस समाज की बड़ी उपलब्धि होती है. हम इन बच्चों को संस्कार देंगे तो वे आने वाले भविष्य में बेहतर कार्य कर पाएंगे.