सुशील सलाम, कांकेर। शहर के एक निजी अस्पताल में प्रसव के बाद महिला की मौत के मामले में परिजनों ने एक बार फिर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. परिजनों का आरोप है अब तक अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किया गया है और अस्पताल को फिर से खोल दिया गया है. रविवार को करीब 11 बजे अचानक परिजन अस्पताल पहुंच गए. जहां सड़क जाम करने की कौशिश करने लगे. इस दौरान पुलिस की समझाइश के बाद सड़क से हट कर अस्पताल में जाकर हंगमा करने लगे.

मृतिका के भाई शेख असलम ने कहा कि घटना हुए महीना भर हो गया है लेकिन इसपर अब तक कार्रवाई नहीं हुई है. कई बार थाना मामला दर्ज कराने गया लेकिन पुलिस कह रही है किस हिसाब से मामला दर्ज करेंगे. डॉक्टर के खिलाफ केस फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद होगी, अस्पताल में सील लगा हुआ था जब परिजनों ने देखा तो अस्पताल खुला हुआ है. भाई ने बताया कि हमारे घर कुछ लोग आते हैं और कहते हैं कुछ पैसे वगैरा लेकर सेटलमेंट कर लो. उसने कहा कि जब हॉस्पिटल में मैं अपनी बहन को डिलीवरी के लिए लाया था उस समय एकदम नॉर्मल थी बहुत सोचते थी उसका ब्लड वगैरह सब रिपोर्ट भी ठीक था. जांच रिपोर्ट में कुछ बता भी नहीं रहे हैं और इधर-उधर अफवाह फैली हुई है कि उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई है. मैं चाहता हूं कि मेरी बहन के साथ इंसाफ हो.

गौरतलब हो कि 28 जून को महिला की मौत की खबर जैसे ही परिजनों को मिली उन्होंने उस दिन भी हंगामा कर दिया था और अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की. साथ ही डॉक्टर के साथ भी परिजनों की झूमाझटकी हुई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए घटना के बाद प्रशासन ने तत्काल जांच टीम गठित कर दिया था. मामले में जिला स्वास्थ्य अधिकारी अविनाश खरे ने बताया कि घटना के बाद से टीम की जांच चल रही है. जांच रिपोर्ट कल आ जायेगी. अस्पताल को हमने बंद नहीं करवाया था. उन्होंने स्वयं ही अस्पताल बंद कर दिया था. प्रारंभिक जांच में खामियां पाए जाने 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया था. कल जैसे ही जांच रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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