रायपुर। छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार बेसहारा बुजुर्गों के लिए सहारा बनी है. परिवार और समाज से उपेक्षित बुजुर्गों की देखभाल, सुरक्षा और उन्हें सम्मान जनक पारिवारिक वातावरण प्रदान करने के लिए समाज कल्याण विभाग निरंतर काम कर रहा है. प्रदेश के 31 वृद्धाश्रमों में 744 बुजुर्गों को भोजन, आवास, स्वास्थ्य देख-भाल सहित मनोरंजन की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है.

भूपेश सररकार की पहल से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वृद्धाश्रमों में निवासरत बुजुर्गों का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण कराया गया है. वर्तमान में वृद्धाश्रमों में भवन की क्षमता से कम बुजुर्ग ही निवासरत हैं. छत्तीसगढ़ की संयुक्त परिवार परंपरा, पारिवारिक संवेदनशीलता और बुजुर्गों के प्रति सम्मान के कारण वृद्धाश्रमों में बुजुर्गों की संख्या अधिक नहीं है.

साल 2011 की जनगणना के अनुसार प्रदेश में 20 लाख 27 हजार से अधिक वरिष्ठ नागरिक हैं. निर्धन और निराश्रित बुजुर्गों को सहारा देने के लिए प्रदेश में 31 वृद्धाश्रमों का संचालन किया जा रहा है. इनमें केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा 22 और स्वेच्छिक संस्थाओं द्वारा 9 वृद्धाश्रम संचालित हैं. आवश्यकता पड़ने पर प्राथमिकता के आधार पर बुजुर्गों को वृद्धाश्रमों में प्रवेश दिया जा रहा है. किन्हीं कारणों से भवन की क्षमता से अधिक पात्र वरिष्ठ नागरिक को प्रवेश की आवश्यकता होती है, तो उन्हें अन्य वृद्धाश्रम में प्रवेश दिया जाता है.

राज्य सरकार का प्रयास रहता है कि बुजुर्ग अपने परिवार में सकुशल जीवन-यापन करें और उन्हें वृद्धाश्रम में रहने की आवश्यकता नहीं पड़ें. समाज कल्याण विभाग द्वारा बुजुर्गों के प्रति समाज में सम्मानजनक वातावरण निर्मित करने के लिए विभिन्न माध्यमों से निरंतर प्रचार-प्रसार और जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.

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