CG PSC 2021: प्रतीक चौहान. इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद जब जॉब नहीं मिली तो अखबार में मार्केटिंग का काम किया. इसके बाद बड़ी बहन का सीजी पीएससी में सलेक्शन हुआ तो लगा कि मुझे भी अधिकारी बनना है. मम्मी-पापा चाहते थे कि मैं भी शासकीय सेवा में जाऊं, लेकिन हालात कुछ ऐसे हुए कि बार-बार असफलताओं का स्वाद चखा. इस बार अगर मेरा सलेक्शन नहीं होता तो अपना चेहरा आईने में देख नहीं पाती. ये कहना है सीजीपीएससी 2021 में सलेक्ट हुई बिलासपुर की बेटी गरिमा तिवारी का.

वे ज्वाईंट कलेक्टर स्निग्धा तिवारी की छोटी बहन हैं और वे वर्तमान में अभी बिलाईगढ़ एसडीएम है. गरिमा कहती हैं कि सीजीपीएससी 2021 में उन्हें अधीनस्थ लेखा सेवा अधिकारी की पोस्ट मिली है, वे सलेक्शन से खुश तो हैं, लेकिन पूरी तरह संतुष्ट नहीं. यही कारण है कि वे सीजीपीएससी 2022 मेंस की तैयारी कर रही हैं, जो चंद महीनों बाद से है.

ज्वाईंट कलेक्टर बहन की बात को अंतिम सत्य मान लेती थी…

गरिमा कहती हैं कि बड़ी बहन स्निग्धा तिवारी से उन्हें पढ़ाई की टिप्स के लिए काफी सपोर्ट मिला, लेकिन दो बार मेंस क्लियर होने के बाद जब वे प्री क्लियर नहीं कर पाई तो उन्हें पता चला कि उनके पढ़ाई करने के तरीके में कुछ खामियां हैं. वे कहती हैं कि शुरूआती तौर पर वे अपनी बड़ी बहन की बातों को अंतिम सत्य मानकर पढ़ाई करती थी, लेकिन बाद में उन्होंने अपने पढ़ाई के पैटर्न में दीदी से बातचीत कर कुछ बदलाव किया और उन्होंने कोचिंग भी ली और दोस्तों से मिलकर कई डिस्कशन भी किए, जिससे उन्हें काफी मदद मिली.

बहन पहले थी डॉक्टर, फिर बनी डीएसपी और आज है ज्वाईंट कलेक्टर

गरिमा की बड़ी बहन यानी ज्वाईंट कलेक्टर स्निग्धा तिवारी वर्तमान में बिलाईगढ़ एसडीएम है. वे 2014 सीजीपीएससी की सैकेंड टॉपर रही हैं. वे पहले डेंटिस्ट डॉक्टर बनीं, फिर डीएसपी और इसके बाद डिप्टी कलेक्टर बनने के बाद हुए प्रमोशन में वे ज्वाईंट कलेक्टर हैं

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