रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में डीएमएफ और सीएसआर मद से वेंटिलेटर ख़रीदी का मामला उठा. बीजेपी विधायक सौरभ सिंह के सवाल पर मंत्री मो. अकबर ने बताया कि आपातकाल में भंडार क्रय नियम में छूट दी जाती है, इसलिए एक ही कंपनी से कोटेशन मंगाकर ख़रीदी की गई. इस पर स्पीकर ने मंत्री से कहा कि आप जाँच कराएँगे या मैं कराऊँ? इस पर मंत्री ने जांच कराने की बात कही.

इसके पहले भाजपा सदस्य सौरभ सिंह के सवाल पर मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि पाँच करोड़ 46 लाख रुपए में 28 वेंटिलेटर ख़रीदे गए. इस पर भाजपा सदस्य ने कहा कि विधानसभा के पिछले सत्र में 14 दिसंबर को जानकारी दी गई थी कि कुल पाँच वेंटिलेटर जाँजगीर-चाम्पा जिले के लिए खरीदे गए. ये गंभीर मामला है. कोरोना को आपदा में अवसर की तरह बदला गया.सौरभ सिंह ने खरीदी की प्रक्रिया पूछी? इस पर मंत्री अकबर ने कहा कि कोटेशन के आधार पर ख़रीदी गई.

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सौरभ सिंह के इस पर सवाल किया कि कितनी कंपनी के कोटेशन आए थे? मंत्री ने बताया कि कंपनी अलग-अलग थी. इसलिए रेट अलग-अलग आए. भाजपा सदस्य ने कहा कि सिंगल कोटेशन पर वेंटिलेटर की ख़रीदी की गई है. एक ही कंपनी ने अलग-अलग ब्रांड के वेंटिलेटर बेचे गए. क्या इस मामले की जाँच कराई जाएगी? इस पर मंत्री ने कहा कि आपातकाल में भंडार क्रय नियम में छूट दी जाती है. इसलिए एक ही कंपनी से कोटेशन मंगाकर खरीदी की गई. स्पीकर ने इसे गंभीरता से लेते हुए मंत्री से कहा कि आप जाँच कराएँगे या मैं कराऊँ? इस पर मंत्री ने जांच कराने की बात कही.

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