संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी. किसी को प्रत्याशी बनाए जाने का विरोध करने का कितना तरीका हो सकता है, आप ज्यादा सोच-विचार करें इसके पहले बताएं कि लोरमी विधानसभा के भाजपाइयों ने सांसद लखन साहू को प्रत्याशी बनाए जाने की आ रही खबरों के बीच ‘लोरमी विधानसभा’ के नाम से वाट्सएप ग्रुप बनाकर बाहरी व्यक्ति को टिकट देने का विरोध शुरू कर दिया है.ग्रुप में सांसद लखन साहू को टिकट दिये जाने पर बुरी तरह हारने की चेतावनी दी गई है.
वर्तमान विधायक को बताया लोकप्रिय
लोरमी विधानसभा वाट्सएप ग्रुप में लोरमी के वर्तमान विधायक तोखन साहू के अलावा लोरमी के सभी बीजेपी पदाधिकारी शामिल हैं. ग्रुप में शामिल बीजेपी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने लोरमी के वर्तमान विधायक को लोकप्रिय बताते हुए भाजपा से जनपद अध्यक्ष वर्षा सिंह, गुरमीत सलूजा, विनय साहू या किसी भी स्थानीय कार्यकर्ता को चुनाव लड़ाने से सुनिश्चत जीत हासिल होने और सांसद लखन साहू को लोरमी से चुनाव लड़ाने की स्थिति में बुरी तरह हार जाने का दावा पोस्ट के माध्यम से कर रहे हैं.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के सामने रखी मांग
गौरतलब है कि प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों में शुमार लोरमी विधानसभा में राज्य गठन के बाद से कांग्रेस का दबदबा रहा है, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बाजी मार ली थी। लेकिन अब सांसद लखन साहू को टिकट दिए जाने की खबर के बाद लोरमी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा से टिकट पाने की दौड़ में आधा दर्जन से अधिक भाजपा नेताओं ने स्थानीय व बाहरी प्रत्याशी के मुद्दे पर एकजुटता दिखाते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर तमाम बड़े नेताओं से मिलकर स्थानीय प्रत्याशी घोषित किए जाने की मांग की है.
बाहरी प्रत्याशियों ने दिया धोखा
स्थानीय पदाधिकारियों का कहना है कि मुंगेली जिले के 2012 में अस्तित्व में आने के बाद हुए चुनावों में लोरमी विधानसभा से सभी राजनीतिक दलों ने दूसरे विधानसभा या शहर से दूर रहने वालों को प्रत्याशी बनाया, जो स्थानीय कार्यकर्ताओं के सम्मान के साथ धोखा है। पदाधिकारियों का कहना है कि जिन्होंने सालों से अपने पार्टी में समर्पित भाव से जमीनी स्तर में मेहनत की उन्हें सम्मान मिलना चाहिए। बीजेपी कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने इस बार बाहरी कार्यकर्ता को बीजेपी से टिकट नही देने की माँग की है.