रायपुर। विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान विपक्ष का आक्रामक तेवर नजर आ रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बाद नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ी मॉडल को राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान का कल ही रिजल्ट सामने आया है. छत्तीसगढ़ में अगर जमीन में कुछ नहीं होगा तो छत्तीसगढ़ मॉडल का यही हश्र होगा, जो कल का रिजल्ट बता रहा है.

नेताप्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने कहा कि टोटल बजट का 80% कर्ज के साथ आज हम खड़े हुए हैं. कर्ज में वृद्धि होकर आज प्रति व्यक्ति कर्ज 35 हजार से अधिक का कर्ज है. 16% से अधिक राशि ऋण और ब्याज पटाने में जा रही है. पिछला आर्थिक प्रबंधन और आज का आर्थिक कुप्रबंधन का अंतर दिख रहा है. उद्योग, सेवा, विकास, जैसे सभी क्षेत्र में आज माइनस में हैं. सिंचाई परियोजना के तहत 1834 में से केवल 327 को प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है. प्रदेश में विकास की योजनाएं केवल कागजों पर है. नरवा, गरवा, घुरवा बाड़ी योजना के तहत 127 करोड़ का गोबर खरीदा गया है, और उसके बाद यह योजना अटक गई है. लेकिन इससे अधिक इसके विज्ञापन पर खर्च किया गया है.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 51 हजार करोड रुपए का कर्ज लिया गया है. इस बात को देखे कि हम लोग कहां खड़े है, तो ज्यादा बेहतर होगा. 18 साल हम पीछे चले गए हैं. प्रति व्यक्ति आय की बात हो रही थी और जो कर्ज में वृद्धि हुई है उसे सरकार नहीं बता देंगे. प्रति व्यक्ति के ऊपर 35000 रुपये का कर्ज है. विकास की बड़ी राशि भी आज पटाने में चली जा रही है. आर्थिक कुप्रबंधन इसमें साफ तौर पर दिख रहा है. उद्योग के क्षेत्र में, कृषि क्षेत्र में सरकार माईनस में जा रही है. सरकार का बजट सिर्फ दिखाने के लिए है, बजट पूरी तरीके से काल्पनिक है.

धरमलाल कौशिक ने कहा कि रेडी टू ईट की महिलाओं को काम से नहीं निकालना चाहिए, उसको प्रोत्साहित करें. क्या कारण हो गया जो हरियाणा के कंपनी को काम दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री आवास पर बजट का प्रावधान रखा गया है, माइनस 82 परसेंट है तो यह दर्शा रही है कि आप कहां खड़े हैं. पीएम आवास को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार ने जो हितग्राहियों को वंचित किया गया है. 8 सौ करोड़ रुपए काफी नहीं है.

उन्होंने कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूल पर कहा कि आप लोगों ने बहुत अच्छा काम किया, लेकिन आज छात्र सड़कों पर क्यों है. छात्र-छात्राएं निर्णय नहीं ले पा रहे हैं कि कहां पढ़ाई करें. स्वामी आत्मानंद के बच्चों को जो सुविधाएं मिल रहे हैं, हिंदी माध्यम के बच्चों को आखिर क्यों नहीं दी जा रही है? छात्र-छात्राओं के मन में जो भेदभाव की स्थिति पैदा हो रहे हैं, वह नहीं हो. सभी को एक समान सुख सुविधा देना चाहिए.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि डीएमएफ फंड का जिस तरीके से दुरुपयोग और भ्रष्टाचार किया जा रहा है. राशि का दुरुपयोग न हो इसको रोकने की जरूरत हैं. बोधघाट परियोजना को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कही गई थी, लोगों को सपना दिखाया गया. लेकिन डीपीआर तक नहीं बना है. अभी सर्वे कराया जा रहा है तो आप समझ सकते हैं, वोट की राजनीति कर रहे है. सरकार सर्वे के समय भी नहीं बता पा रही है. वन क्षेत्र में जिस तरीके से केम्पा की राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है वह दुर्भाग्यजनक है.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा जो घोषणा नहीं किया जाता है, उसका कार्य नहीं होता. पंचायत को रेतघाट का संचालन करने का निर्णय का नेता प्रतिपक्ष ने स्वागत किया. उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र में अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने की बात कही गई थी. अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने वाले नहीं है, घोषणा पत्र को देखकर यही लग रहा है. लाखों कर्मचारियों को धोखा देने का काम कर रही है सरकार.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि शराबबंदी पर सरकार ने वादा किया था पीने वालों की संख्या बढ़ रही है. 5000 से ज्यादा नहीं बोल रही है गांव-गांव में शराब सप्लाई की जा रही है, बजट में 5000 से नहीं पड़ रही है जब पीने वाले इतने है तो पैसे कहां जा रही है. जो राशि आ रही है वह भ्रष्टाचार की भेंट चल रही है, शराबबंदी होनी चाहिए. राजकोषीय घाटा पहले 3% हुआ करते थे, लेकिन यह 3 सालों में बढ़कर 5 से 6% हो गई है. 10 करोड़ से अधिक का घाटा हर साल हो रही है. केंद्र सरकार की हम लगातार आलोचना करते हैं, लेकिन केंद्र से ज्यादा राज्य की राशि कम रही है. लगातार कर्जा ले रहे हैं, लेकिन पटाने की स्थिति नहीं है.