रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे के बाद दोबारा भारी हंगामे के बीच शुरू हुई. गर्भगृह में उतरकर विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की और कार्यसूची फाड़कर आसंदी की ओर फेंक दिया. हंगामे के बीच स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 26 मार्च सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

इसके पहले विधानसभा में विपक्षी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि संसदीय इतिहास का ये काला दिन है. संसदीय इतिहास में आज काला अध्याय लिखा जा रहा है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि ये शून्यकाल है. इस पर सदस्यों को अपनी बात रखने का अधिकार है. संसदीय कार्य मंत्री ने कार्य मंत्रणा समिति के निर्णय को सदन में पेश किया. इसके साथ ही स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी.