रायपुर. विधानसभा चुनाव से पहले अपने विभाग के कार्यों का लेखा-जोखा देते हुए उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और राजस्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विकास हुआ है. बीते पंद्रह सालों में प्रदेश में कॉलेजों की संख्या दोगुनी हो गई.

भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में उच्चशिक्षा के क्षेत्र में भाजपा शासन काल में हुए कार्यों को गिनाते हुए उच्च शिक्षा मंत्री पांडेय ने कहा कि  2003 में जहां प्रदेश में 116 शासकीय कॉलेज थे, आज 252 कॉलेज हो गए हैं. इन शासकीय कॉलेजों की स्थिति ये है कि दुरुस्त अंचलों में ही कॉलेज नहीं खुले, बल्कि खुद का भवन बनाया गया.

सभी जिलों में खोले गर्ल्स हॉस्टल

हर कॉलेज को भवन के लिए 4 करोड़ 62 लाख रुपए दिए. यही नहीं सभी 27 जिलों में 100 सीटर गर्ल्स हॉस्टल खोले गए. वहीं गुणवत्ता को बनाने के लिए 27 कॉलेजों का पीजी कॉलेजों के रूप में उन्न्यन किया. 75 दूरस्थ अंचलों में वर्चुअल क्लासेस शुरू किए. अधोसंरचना के साथ-साथ गुणवत्ता बनाये रखने के लिए 400 से अधिक प्रोफेसर्स के प्रमोशन किए गए. सहायक प्राध्यापकों के नए पद के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई.

प्रदेश के हर ब्लॉक में आईटीआई

मंत्री पांडेय ने कहा कि तकनीकी शिक्षा के आज कोई ब्लॉक नहीं है जहां आईटीआई नहीं है.  राष्ट्रीय स्तर के सभी शैक्षणिक संस्थान आज छत्तीसगढ़ में खुल चुके हैं.  100 से अधिक पेटेंट कराया गया है.  दस से ज्यादा ऐसे लोगों की मदद की जो स्टार्ट अप से जुड़े रहे. भिलाई के हुडको में तारामंडल का निर्माण कराया जा रहा है.

12 लाख लोगों को दे रहे आबादी पट्टा

राजस्व मामलों की जानकारी देते हुए कहा कि राजस्व मामलों के निपटारे के लिए ई-कोर्ट बनाया. प्रदेश के 11 हजार गांवों को राजस्व ग्राम मुक्त किया गया. 12 लाख लोगों को आबादी पट्टा का वितरण कर रहे है. शहरी इलाकों में 80 हजार आबादी पट्टा तैयार है, जिसका वितरण कर रहे है.