CG Weather : रायपुर। प्रदेश में इन दिनों बदली-बारिश जैसे मौसम बने हुए हैं। मौसम विभाग ने आज शनिवार को बस्तर संभाग में तेज आंधी और गरज चमक के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग के अनुसार, आज बस्तर संभाग के बस्तर, दंड़ेवाड़ा, कोंडागांव और सुकमा जिले में गरज-चमक और तेज आंधी के साथ बारिश की संभावनाएं हैं। वहीं एक्टिव सिस्टम के चलते प्रदेश के सभी संभागों में इसका असर देखने को मिलेगा। अगले 2 से 3 दिनों तक प्रदेश में मौसम का मिजाज ऐसा ही रहने वाला है। 12 मई से 14 मई तक सभी संभागों में तेज आंधी के साथ बारिश के आसार हैं। वहीं 15 मई के बाद से प्रदेश के तापमान में बढ़ोतरी होगी।
तापमान में आई गिरावट
ठंडी हवा और बारिश के चलते कई जिलों में दिन और रात के तापमान भी सामान्य से कम रहे। वहीं प्रदेश का अधिकमत तापमान कोरबा में 43.3 डिग्री और न्यूनतम तापमान नारायपुर में 18.6 डिग्री रिकार्ड किया गया।
शुक्रवार को मौसम ने मचाया कोहराम
बीते दिन शुक्रवार को भी सरगुजा संभाग में सूरजपुर के भैयाथान में तेज आंधी के चलते कई पेड़ रास्ते में गिर गए। इस घटना में एक कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। हालांकि कार में सवार लोग सहीसलामत हैं। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में भी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 3 मवेशियों की भी मौत हो गई। कई जगहों पर आंधी के चलते पेड़ गिरने से बिलासपुर-जबलपुर नेशनल हाईवे भी जाम हो गया।
शहर | अधिकतम तापमान | न्यूनतम तापमान |
---|---|---|
रायपुर | 38.5 डिग्री | 25.3 डिग्री |
रायपुर (माना) | 38.5 डिग्री | 24 डिग्री |
बिलासपुर | 38.6 डिग्री | 25.4 डिग्री |
राजनांदगांव | 38.5 डिग्री | 24.5 डिग्री |
जगदलपुर | 35.2 डिग्री | 23.4 डिग्री |
अंबिकापुर | 36.4 डिग्री | 20 डिग्री |
पेंड्रा | 37.4 डिग्री | 21.4 डिग्री |
दुर्ग | 39.4 डिग्री | 23 डिग्री |
बस्तर में बारिश से तेन्दूपत्ता और फसलें खराब
वहीं बस्तर में दो दिन पहले तेज आंधी और तेज बारिश हुई थी, जिसके चलते बस्तर का हरा सोना यानि तेंदूपत्ता तबाह हो गया है। इसके अलावा किसानों के मक्के और सब्जी की फसलें भी खराब हो गईं।
बस्तर ब्लॉक के चेराकुर सहित आस-पास के इलाके में बीते दिनों हुई बर्फबारी भी बस्तर के लिए आफत साबित हुई। इसके चलते चेराकुर फड़ में खरीदी गयी 33 मानक बोरा तेन्दूपत्ते खराब हो गए। हालांकि तेन्दूपत्ते सूखे थे और ठेकेदार को समिति ने परिदान भी कर दिया था, लेकिन तेन्दूपत्ते की भरती नहीं की गयी थी।
बता दें, बस्तर में पिछले दो सप्ताह से तेन्दूपत्ते की खरीदी चल रही है। वहीं इस सीजन में बस्तर जिले के तेन्दूपत्ता की भी अग्रिम विक्री हो गयी है। इसलिए ठेकेदारों द्वारा मौसम को देखते हुए खरीदी जारी रखा गया था। इसी बीच जिलेभर में तेज बारिश हुई, जिससे फड़ में सूख रहे तेन्दूपत्ते बारिश की चपेट में आगए। भर्ती से पहले ही बारिश के चलते तेन्दूपत्ते के नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।
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