CG Weather Update: रायपुर. प्रदेशभर में बारिश का दौर जारी है. पिछले 24 घंटे में प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर बारिश हुई. बस्तर और बिलासपुर संभागों के एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की गई. कांकेर जिले के चारामा में 8 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई. मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि विदाई के करीब मानसून के कारण आसमान का रंग भी बदलने लगा है. अनुमान है कि अगले तीन दिनों के दौरान अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, इसके बाद वर्षा में कमी आएगी.

प्रदेश में 13 सितंबर को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ वज्रपात होने और भारी वर्षा होने की संभावना है. भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः बस्तर संभाग और उससे लगे रायपुर और दुर्ग संभाग के जिले संभावित है. यह स्थिति अगले दो दिनों तक बने रहने की सम्भावना है.
मानसून की सक्रियता जिले में अच्छी बनी हुई है, जिसके चलते बीते 24 घंटों के दौरान अनेक स्थानों पर तेज बारिश हुई है. विदाई के करीब मानसून के कारण आसमान का रंग भी बदलने लगा है. अनुमान है कि अगले तीन दिनों के दौरान अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, इसके बाद वर्षा में कमी आएगी. मौसम विभाग के मुताबिक एक निम्न दाब का क्षेत्र पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे लगे उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी उत्तर आंध्र तक और दक्षिण ओड़िशा तट से दूर बना हुआ है. इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है. इसके पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए दक्षिण ओड़िशा और उससे लगे उत्तर आंध्रप्रदेश और दक्षिण छत्तीसगढ़ में अगले दो दिनों में पहुंचने की संभावना है.
मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर अमृतसर, मुजफ्फरपुर, हरदोई, डाल्टनगंज, निम्न दाब के केंद्र तक स्थित है. एक द्रोणिका पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे लगे उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में स्थित निम्न दाब के केंद्र से दक्षिण महाराष्ट्र तक छत्तीसगढ़ विधान होते हुए 3.1 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है. एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर पूर्व झारखंड और उसके आसपास 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है.