दंतेवाड़ा- नक्सल हमले में मारे गए बीजेपी के विधायक भीमा मंडावी के परिजनों से आज बीजेपी विधायक दल ने मुलाकात की है. बीजेपी विधायक दल ने पार्टी की ओर से शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा है कि पूर्री पार्टी परिजनों के साथ हमेशा खड़ी है. हालांकि कयास लगाए जा रहे थे कि नेताओं के इस दौरे के बीच उप चुनाव को लेकर भी चर्चा की जाएगी, लेकिन ऐसी किसी चर्चा की जानकारी फिलहाल साझा नहीं की गई है. लेकिन इस बीच नक्सल हमले में मारे गए भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी ने लल्लूराम डाट काम से हुई बातचीत में यह कहा है कि पार्टी यदि उन्हें टिकट देगी, तो वह चुनाव लड़ना चाहेंगी. उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाया है. ओजस्वी मंडावी ने कहा कि उनके परिवार को मुहैया कराई गई सुरक्षा नाकाफी है.

गौरतलब है कि 9 अप्रैल को दंतेवाड़ा के श्यामगिरी के करीब हुए नक्सल हमले में बीजेपी विधायक भीमा मंडावी की मौत हो गई थी. मतदान के चंद घंटे पहले हुई इस घटना ने बीजेपी को बड़ा झटका दिया था. बस्तर की 12 विधानसभा सीटों में से अकेले भीमा मंडावी ही थे, जिन्होंने विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी. अब जब लोकसभा चुनाव अपने अंतिम चरणों में हैं, ऐसे में दंतेवाड़ा को लेकर बीजेपी की तैयारी शुरू होती नजर आ रही है. बीजेपी विधायक दल के नेता धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, शिवरतन शर्मा, कृष्णूर्ति बांधी, रजनेश सिंह, नारायण चंदेल, रंजना साहू समेत तमाम विधायकों का दंतेवाड़ा जाना भी इसी रणनीति का अहम हिस्सा बताया जा रहा है. हालांकि यह जरूर है कि लोकसभा चुनाव के लिए दूसरे राज्यों में विधायकों की तैनाती की वजह से कई विधायक अपने दिवंगत के परिजनों को सांत्वना देने दंतेवाड़ा नहीं पहुंच पाए थे.

तबियत खराब होने से बृजमोहन नहीं पहुंच पाए

इधर दिवंगत भीमा मंडावी के परिजनों से मुलाकात करने वाले विधायकों में बृजमोहन अग्रवाल शामिल नहीं थे. दरअसल वह रायपुर से तमाम विधायकों के साथ दंतेवाड़ा जरूर पहुंचे, लेकिन आज सुबह अचानक तबियत बिगड़ गई. स्थानीय डाक्टरों ने उनका परीक्षण किया, जिसके बाद उन्हें आराम करने की सलाह दी गई.