सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। प्रतिभा स्थान की मोहताज नहीं होती. इस बात को कवर्धा जिले के बांधामुडा गांव के रहने वाले पीयूष तिवारी ने साबित किया है, जो सीजीपीएससी-2020 में आठवां रैंक हासिल कर डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित हुए हैं.
पीयूष तिवारी ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और गुरुओं को दिया है, पीयूष तिवारी ने लल्लूराम डॉट कॉम से चर्चा में कहा कि ये उनका चौथा प्रयास था. डिप्टी कलेक्टर के रूप में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को जीवित करना उनकी प्राथमिकता रहेगी, यही नहीं उनका फोकस शिक्षा, स्वास्थ्य और कौशल विकास पर होगा.
पीयूष तिवारी ने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि हर बार की कोशिश में आपको सफलता मिले यह जरूरी नहीं, लेकिन काफी लोग ऐसे भी थे, जो पिछली बार प्री भी क्लियर नहीं कर पाए थे, और इस बार डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित हुए हैं. उन्होंने कहा कि अगर बाकी छात्र भी अपनी मेहनत जारी रखेंगे तो उन्हे एक दिन सफलता जरूर मिलेगी.
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