रायपुर। बिना किसी वस्तुओं या सेवाओं की आपूर्ति के नकली आईटीसी का लाभ उठाने और उपयोग कर बड़े पैमाने पर जीएसटी की चोरी में लगे अस्तित्वहीन फर्मों के संचालक के खिलाफ फेक आईटीसी तथा अभियोजन सेल, सीजीएसटी रायपुर ने बिलासपुर डिवीजन के साथ कार्रवाई की है. इन फर्मों को नियंत्रित कर रहे संजय शेंडे सेंट्रल जीएसटी की टीम ने गिरफ्तार किया है.

जानकारी के अनुसार, नई दिल्ली स्थित 22 अस्तित्वहीन तथा अकार्यशील फ़र्मों ने बिना किसी अंतर्निहित सामान और सेवाओं की आपूर्ति के नकली बिल तैयार किए हैं और मेसर्स ज्योति ट्रेडिंग कंपनी, मेसर्स क्लिफो ट्रेडिंग कंपनी, मेसर्स एसएस एंटरप्राइजेज और मेसर्स साई इंडस्ट्रीज को जारी किए.

संजय शेंडे ने इन चारों अस्तित्वहीन फर्मों के माध्यम से 10.14 करोड़ रुपए का इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त किया और उसका उपयोग किया. इस पर संजय शेंडे को सीजीएसटी अधिनियम 2017 की धारा 69(1) के प्रावधानों के तहत केंद्रीय जीएसटी टीम ने 11 अगस्त को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया. सीजेएम अदालत ने आरोपी की 14 दिनों की हिरासत मंजूर कर ली है.