कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। देश में राष्ट्रपति चुनाव के लिए अभी तक एनडीए (NDA) और यूपीए (UPA) ने अपने उम्मीद्वार घोषित नहीं किए हैं, लेकिन ग्वालियर के एक चाय वाले ने राष्ट्रपति चुनाव में ताल ठोकते हुए पर्चा दाखिल कर दिया है। चाय की दुकान चलाने वाले आनंद कुशवाहा का कहना है कि देश के प्रधानमंत्री मोदी चाय की दुकान से प्रधानमंत्री पद तक पहुंच गए हैं, ऐसे में चाय की दुकान चलाने वाला राष्ट्रपति भी बन सकता है।

इससे पहले हम आपको बता दें कि देश का एक चाय वाला राष्ट्रपति बनना चाहता है। शायद आपकी जुबान से यही निकले कि भला एक चाय वाला क्या देश को चला पायगा। लेकिन अब कुछ ऐसा ही होने जा रहा है। राष्ट्रपति पद के लिए बड़े-बड़े राजनैतिक दलों के उम्मीदवार मैदान में होंगे। लेकिन ऐसे में राष्ट्रपति चुनाव में कड़ी चुनौती देने के लिए मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर से आनंद सिंह कुशवाहा ने भी राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार के लिए ताल ठोंक दी है।
आनंद अभी तक 26 चुनाव लड़ चुके हैं, और 27 वीं बार मैदान में है।
वे 4 बार राष्ट्रपति
3 बार उपराष्ट्रपति
4 बार सांसद
6 बार विधायक
4 बार महापौर
7 बार पार्षद का चुनाव लड़ चुके हैं।

 पेशे से चाय बेचने वाले आनंद कहना है कि लोकतंत्र में हर व्यक्ति को चुनाव लड़ने का अधिकार है। उन्हें भी चुनाव लड़ने का हक है, लिहाजा ऐसा क्यों न करें। वह साबित करना चाहते हैं कि आम आदमी कुछ भी कर सकता है। दूसरों को चाय पिलाकर अपने परिवार का जीवन यापन करने वाले आनंद की राजनीति में गहरी दिलचस्पी है और वह आने वाले ग्राहकों से चाय की चुस्की के बीच देश और राजनीति मुद्दों पर चर्चा करते नजर आ जाते हैं। आनंद ग्वालियर से लोकसभा व विधानसभा का भी चुनाव लड़ चुके हैं।

अगर बात आनंद कि संपत्ति कि की जाये तो आनंद के पास महज कुछ हजार रुपए ही है, जिसकी घोषणा उन्होंने नामाकंन भरते समय की है। घोषणा के मुताबिक उनके पास पांच हजार रुपये नकद, पत्नी के पास मंगलसूत्र, एक साइकिल और खुद का मकान है। बहरहाल ग्वालियर के चाय वाले आंनद का राष्ट्रपति के लिए नामांकन चर्चा में बना हुआ है।

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