Swami Chaitanyananda Arrested: 17 लड़कियों के साथ यौन शोषण के आरोपी चैतन्यानंद को 5 दिनों की रिमांड पर दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया है. आगराके होटल से गिरफ्तार करने के बाद उसे पटियाला कोर्ट में पेश किया गया था. यहां पुलिस ने अदालत ने 5 दिन की रिमांड मांगी जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया. रिमांड के दौरान पुलिस उससे उसकी काली करतूतों की जानकारी हासिल करेगी. बता दें कि, दिल्ली पुलिस ने देर रात स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती को आगरा के एक होटल से गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस ने होटल के कमरे में ढोंगी बाबा से 15 मिनट तक पूछताछ की, इसके बाद पुलिस उसे अपने साथ ले गई.

आगरा के होटल में मिला बाबा

जानकारी के अनुसार, फरारी के दौरान बाबा ने 13 होटल बदले थे. आखिर में स्वामी चैतन्यानंद आगरा के एक ऐसे होटल में छिपा था जो साधु संत से भरा हुआ था. यहां दिल्ली पुलिस ने दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल पुलिस चैतन्यानंद का मेडिकल करा लिया है. वहीं, बाबा के पास से बरामद BMW कार मठ के नाम पर है. बाबा चैतन्यानंद ने अपना ट्रस्ट भी खोल लिया था.

40 करोड़ का घोटाला उजागर

मिली जानकारी के अनुसार, 1998 में दिल्ली के LG ने वसंत कुंज में शारदा पीठ को यह प्लॉट आंवटित किया था जिस पर ये मठ है. बाबा को कुछ सीमित कामों के लिए मठ का अटार्नी बनाया गया था. 2008 में बाबा ने बिना इजाजत के कुछ लोगों के साथ मिलकर इंस्टीट्यूट का नाम बदल दिया. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मठ में 40 करोड़ रुपए का घपला किया गया और बिना परमिशन से मठ की प्रॉपर्टी को किराए पर दे दिया गया.

बाबा के पास हैं दो फर्जी पासपोर्ट

आरोपी बाबा के पास दो पासपोर्ट हैं, पहले पासपोर्ट स्वामी पार्थ सारथी के नाम से और दूसरा पासपोर्ट स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के नाम से है. बाबा ने यह दोनों पासपोर्ट फर्जी दस्तावेजों के आधार पर हासिल किए. वहीं, पहले पासपोर्ट में बाबा ने अपने पिता का नाम स्वामी घनानंद पुरी और मां का नाम शारदा अंबा लिखाया था. जबकि दूसरे पासपोर्ट में उसने अपने पिता का नाम स्वामी दयानंद सरस्वती और मां का नाम शारदा अम्बल लिखाया था. पहले पासपोर्ट में जन्म स्थान दार्जिलिंग लिखाया गया जबकि दूसरे पासपोर्ट में जन्म स्थान तमिलनाडु लिखाया था.

इसके अलावा बाबा रुतबा दिखाने के लिए प्रधानमंत्री दफ्तर के नाम का फर्जी इस्तेमाल करता था. वह अपने लोगों से लोगों को फोन करवाता था कि स्वामी जी प्रधानमंत्री दफ्तर से जुड़े हैं.

फर्जी विजिटिंग कार्ड बरामद

बाबा चैतन्यानंद सरस्वती के पास से दिल्ली पुलिस ने फर्जी विजिटिंग कार्ड बरामद किए हैं. दो अलग-अलग विजिटिंग कार्ड दिल्ली पुलिस ने बरामद किए हैं. यह दोनों ही विजिटिंग कार्ड फर्जी हैं. दिल्ली पुलिस ने पहला विजिटिंग कार्ड यूनाइटेड नेशन का बरामद किया है. इस विजिटिंग कार्ड के मुताबिक, बाबा खुद को यूनाइटेड नेशन का परमानेंट एंबेसडर बताता था. दूसरे विजिटिंग कार्ड के मुताबिक, बाबा खुद को ब्रिक्स देशों के ज्वाइंट कमीशन का मेंबर और खुद को इंडिया का स्पेशल इन्वॉय बताता था.

बाबा के पास से 3 फोन मिले

बाबा के पास से 3 फोन मिले हैं। एक आईफोन भी मिला है. बाबा फरारी के दौरान वृंदावन, आगरा और मथुरा के आसपास ही रहा. इस दौरान उसने करीब 13से ज्यादा बार होटल बदले.

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