इस वर्ष चैत्र नवरात्रि चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 9 अप्रैल 2024 को रेवती और अश्विनी नक्षत्र के साथ ही गजकेसरी योग, अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और शश योग, लक्ष्मी नारायण के शुभ संयोग में शुरू होगी. लगभग 30 साल बाद चैत्र नवरात्रि पर पांच दुर्लभ योग बन रहे हैं. ज्योतिषियों की मानें तो दशकों बाद चैत्र नवरात्र पर एक साथ 5 शुभ योग बन रहे हैं. इन योग में मां की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी. इन विशेष ग्रह योगों के संयोग से मनोकामना पूर्ति होगी.
चैत्र नवरात्रि 2024 तिथि
वैदिक पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि रात्रि 11:50 से शुरू होगी और इस तिथि का समापन 09 अप्रैल रात्रि 08:30 पर हो जाएगा. हिन्दू धर्म में उदया तिथि का विशेष महत्व है. ऐसे में चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ और घटस्थापना 09 अप्रैल 2024, मंगलवार के दिन किया जाएगा. Read More – Navjot Singh Sidhu ने सोशल मीडिया में शेयर किया पोस्ट, कैंसर से जूझ रही पत्नी की सेहत को लेकर दी जानकारी …
कलश स्थापना का मुहूर्त
कलश एवं घटस्थापना करके ही हम मां दुर्गा को पूजा के लिए आमंत्रित करते हैं. इस दिन सुबह 06.02 से सुबह 10.16 तक घटस्थापना मुहूर्त है. 9 अप्रैल को अभिजीत मुहूर्त 12 बजकर 14 मिनट से दोपहर 1 बजकर 05 मिनट तक रहेगा. इस शुभ मुहूर्त में आप कलश एवं कलश स्थापना कर सकते है.
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