Chaitra Navratri 2025: रायपुर। आज चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होते ही छत्तीसगढ़ के सभी देवी मंदिर जगमग हो उठे हैं. सुबह से ही राजधानी रायपुर के महामाया मंदिर, कंकाली मंदिर, दंतेश्वरी मंदिर सहित सहित प्रदेशभर के देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है. दूर-दूर से श्रद्धालु मां के दर्शन पहुंच रहे हैं और आशिर्वाद ले रहे हैं. आज माता का विशेष श्रंगार किया गया है. साथ ही मंदिर प्रांगण को भी फूलों से सुंदर सजाया गया है. सभी देवी मंदिरों में आज मां की विशेष पूजा की जाएगी. वहीं सभी मंदिरों में चैत्र माह में माता के भक्त घरों में भी जंवारा, ज्योति कलश की स्थापना की तैयारियों में लगे हुए हैं.

फोटो: मां बमलेश्वरी, डोगरगढ़.

डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी के दरबार में भी नवरात्रि के पहले दिन श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा. सुबह से ही भक्त लंबी कतारों में खड़े नजर आए, जहां वे मां के दर्शन के लिए आतुर थे. देशभर में शक्ति उपासना के साथ नवरात्रि की धूम मच चुकी है, और डोंगरगढ़ सहित अन्य प्रमुख शक्ति पीठों पर भक्तों की भीड़ लगातार बढ़ रही है. अगले आठ दिनों तक मंदिरों में माता के जयकारों से वातावरण भक्तिमय रहेगा. प्रशासन ने मंदिर परिसर में सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई कठिनाई न हो.

फोटो: मां के दर्शन करने उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
फोटो: डोंगरगढ़ में मां बमलेश्वरी मंदिर की सजावट.
फोटो: मां बमलेश्वरी मंदिर शिखर दर्शन.

रतनपुर में मां महामाया

रतनपुर स्थित मां महामाया के मंदिर में हर साल की तरह इस बार भी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है, जो चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर मां के दरबार में शीश नवाने पहुंचे हैं.

बता दें, इस बार माता पंचग्राही मुहूर्त में हाथी पर सवार होकर आ रही हैं. धर्मशात्रिरयों के अनुसार यह पंचग्राही मुहूर्त श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूर्ण करने वाला है. आठ दिनों की नवरात्रि में द्वितीया और तृतीया तिथि एक ही दिन आ रही है.

फोटो: मां माहामाया
फोटो: दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं की भीड़

घट स्थापना का मुहूर्त

कलश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त 30 मार्च को सुबह 6 बजकर 13 मिनट से शुरू होगा. जो सुबह 10 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा. घटस्थापना की शुभ अवधि 4 घंटे 8 मिनट की है. इस बार मंदिरों में माता के भक्तों की उमड़ती बड़ी संख्या को देखते हुए मंदिरों के प्रबंधन ने ज्योति कलश स्थापना के लिए साज-सज्जा के साथ तैयारियां पूरी कर ली हैं.