वैसे तो नवरात्रि के हर दिन का खास महत्व होता है, लेकिन आखिरी के तीन दिन सप्तमी, महाअष्टमी और महानवमी अधिक महत्वपूर्ण माने जाते हैं. अष्टमी और नवमी पर घर-घर में पूजा, हवन, कन्या पूजन आदि धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं. वहीं जो लोग नौ दिन का व्रत रखते हैं वे अष्टमी-नवमी पर इसका पारण करते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं चैत्र नवरात्रि में दुर्गा अष्टमी और नवमी की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व.

नवरात्रि के आठवें दिन महा अष्टमी मनाई जाती है और मां महागौरी की पूजा होती है. इस बार चैत्र शुक्ल की अष्टमी तिथि 15 अप्रैल 2024 को दोपहर 12.11 मिनट से शुरू होगी और 16 अप्रैल 2024 को दोपहर 01.23 पर समाप्त होगी. ऐसे में चैत्र नवरात्रि में महाष्टमी 16 अप्रैल 2024 को मनाई जाएगी. Read More – फिल्मों की असफलता को लेकर Kriti Sanon ने किया खुलासा, कहा – अब कोई फर्क नहीं पड़ता …

चैत्र नवरात्रि 2024 नवमी तिथि

चैत्र शुक्ल की नवमी तिथि 16 अप्रैल को दोपहर 01.23 से शुरू होकर 17 अप्रैल 2024 को दोपहर 03.14 तक रहेगी. ऐसे में नवरात्रि की महानवमी 17 अप्रैल 2024 को मनाई जाएगी. इस दिन देवी की नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. साथ ही इसी दिन नवरात्रि व्रत का पारण भी किया जाता है. चैत्र नवरात्रि की महानवमी पर राम नवमी यानी प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव भी मनाया जाता है. Read More – Navjot Singh Sidhu ने सोशल मीडिया में शेयर किया पोस्ट, कैंसर से जूझ रही पत्नी की सेहत को लेकर दी जानकारी …

चैत्र नवरात्रि हवन और कन्‍या-पूजन

नवरात्रि व्रत और पूजन बिना हवन और कन्या पूजन के अधूरे रहते हैं. इसीलिए नवरात्रि के नौवें दिन हवन और कन्‍या पूजन जरूर करें. ऐसा करने से मां दुर्गा की कृपा से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में अपार सुख-समृद्धि रहती है. नवरात्रि की नवमी को माता के सिद्धिदात्री स्वरूप की पूजा की जाती है और इसी दिन हवन, कन्या पूजन के बाद व्रती पारण करते हैं. कन्‍या पूजन में 2 से 9 वर्ष तक की कन्‍याओं को हलवा-पूरी खिलाया जाता है और उनको भेंट देकर आशीर्वाद लिया जाता है.