कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। ईओडब्ल्यू द्वारा गिरफ्तार किये गए तत्कालीन सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा को न्यायालय ने जमानत पर रिहा कर दिया है। प्रदीप वर्मा की ओर से जमानत आवेदन में तर्क दिया गया है कि उनकी किडनी ट्रांसप्लांट हुई है और कोविड -19 से संक्रमित हुए थे। इसकी वजह से उनका स्वास्थ्य खराब रहता है। प्रदीप वर्मा की जमानत याचिका का ईओडब्ल्यू ने विरोध किया। इससे पहले ईओडब्ल्यू ने कोर्ट में प्रदीप वर्मा के खिलाफ चालान पेश किया।
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दरअसल प्रदीप वर्मा ने एक बिल्डर के फ्लैटों को नियम विरुद्ध निर्माण बताते हुए तोड़ने की धमकी दी थी। इसके बदले में 50 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी, बिल्डर ने ईओडब्ल्यू में इस मामले की शिकायत की। 17 सितंबर 2020 को ईओडब्ल्यू ने प्रदीप वर्मा को पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ ईओडब्ल्यू ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था। प्रदीप वर्मा आवाज के नमूने देने के लिए ईओडब्ल्यू के सामने उपस्थित नहीं हो रहा था। ईओडब्ल्यू को कोर्ट में आवेदन लगाना पड़ा था। जिंसके बाद आवाज के नमूने लिए गए। ट्रांसक्रिप्ट की सीडी बनाई गई।
अभियोजन की स्वीकृति मिलने के बाद ईओडब्ल्यू ने अपनी जांच खत्म कर ली। ऐसे में 11 महीने में आखिरकार चालान पेश कर दिया गया, चालान के साथ पांच लाख रुपये, सीडी सहित आदि साक्ष्य चालान के साथ लगाए हैं।
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