सुरेंद्र जैन, धरसींवा. धरसीवां थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत नेउरडीह का अजीबो गरीब मामला सामने आया है. यहां सरकारी राशन दुकान पर धर्म के नाम पर चंदा वसूला जा रहा है. सेल्समेन ग्रामीणों को चंदा नहीं तो राशन नहीं कहकर राशन देने से मना कर रहे हैं. गांव की एक छात्रा ने इसकी शिकायत थाने में की है. शिकायत के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर लिया है.

शुक्रवार को ग्राम नेउरडीह की छात्रा कुमारी सिटी पिता फूलचंद सुबह अपनी मां रुक्मिणी के नाम का गरीबी राशन कार्ड लेकर सरकारी राशन दुकान पहुंचीं. अपनी बारी का इंतजार करने के बाद राशन के लिए दुकानदार के पास पहुंची. सरकारी राशन दुकान चला रहे सरपंच पुत्र ने राशने देने से पहले धार्मिक कार्यक्रम के लिए दो सौ रुपए की रसीद कटाने की बात कही. छात्रा ने इस पर अपनी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने का हवाला दिया, लेकिन सरपंच पुत्र ने चंदा नहीं तो राशन नहीं कहकर उसे राशन देने से मना कर दिया. छात्रा ने इसके बाद तुरंत डायल 112 को इसकी सूचना दी गई.

सूचना के बाद धरसीवां पुलिस मौके पर पहुंची तो राशन दुकान में बकायदा चंदा के लिए रसीद कट्टा रखा था और दो सौ रुपए लिए जा रहे थे. पुलिस ने जब सरपंच से बात की तो उन्होंने इसे गांव का फैसला बता दिया. छात्रा ने डायल 112 वाहन की मदद से धरसीवां थाना आकर लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई है. इस मामले में टीआई अरुण नेताम ने कहा है कि उन्होंने छात्रा की शिकायत ले ली है. जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.

पिता मजदूरी करते हैं

छात्रा जो मां के नाम का एक रुपए किलो का चावल लेने गई थी. उसने बताया कि हम चार पांच सदस्यों का पूरा खर्च पिताजी की मजदूरी से चलता है. अभी मेरी फीस जमा होना थी वह भी बमुश्किल हम जमा किए थे. धार्मिक कार्यक्रमों के लिए कोई मना नहीं करता, लेकिन जब हमारे पास है ही नहीं तो कहां से देंगे और सरकारी राशन दुकान कोई चंदा वसूली का स्थान नहीं है, जो वहां धर्म के नाम पर चंदा किया जाए.