अशोक कुमार जायसवाल, चंदौली. सदर कोतवाली के घेराव और उपद्रव के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. राज्य महिला आयोग की सदस्य के भ्रमण के दौरान केजी नंदा अस्पताल से जुड़े विवाद के बाद यह घटना हुई थी. पुलिस ने इस मामले में डॉ. आनंद प्रकाश तिवारी सहित 14 लोगों को नामजद किया है, जबकि करीब 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

आरोप है कि थाना परिसर में नारेबाजी, धक्का-मुक्की और सरकारी कार्य में बाधा डाली गई. इस घटना के कारण सदर कोतवाली का कामकाज लगभग तीन घंटे तक प्रभावित रहा. पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं और 7 CLA एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. ये कार्रवाई पुलिस अधीक्षक (SP) आदित्य लांगहे के निर्देश पर की गई है. मामले की जांच अभी जारी है.

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बता दें कि बीते दिनों सदर कोतवाली में एक निजी अस्पताल के चिकित्सक और उनके सैकड़ों समर्थकों ने थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया था. मामला राज्य महिला आयोग की सदस्य सुनीता श्रीवास्तव पर बदतमीजी और गाली-गलौज के आरोप से जुड़ा है. प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि महिला आयोग सदस्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए. भीड़ में शामिल कुछ लोगों द्वारा सीओ और कोतवाल से धक्का-मुक्की किए जाने का भी आरोप है.

बताया जा रहा है कि सुनीता श्रीवास्तव महिलाओं की स्थिति की जानकारी लेने के लिए चंदौली के केजी नंदा हॉस्पिटल पहुंची थीं. आरोप है कि इसी दौरान अस्पताल के चिकित्सक डॉ. आनंद प्रकाश तिवारी से विवाद हुआ. विदित हो कि चिकित्सक खुद को बांझपन रोग विशेषज्ञ बताते हैं, जबकि उनकी शैक्षणिक डिग्री बीएमएस बताई जा रही है. सोशल मीडिया पर प्रचार के बाद अस्पताल में देश-विदेश से मरीजों का जत्था पहुंचता है. मरीज इस जाड़े के मौसम में भी कई दिनों तक अपने नंबर का इंतजार करते हैं.