चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पदों के लिए हुए चुनाव में बड़ा उलटफेर देखने को मिला। INDIA गठबंधन (कांग्रेस + आम आदमी पार्टी) के पास बहुमत के लिए जरूरी संख्या से एक अधिक काउंसलर थे, लेकिन वोटिंग के दौरान तीन काउंसलरों ने क्रॉस वोटिंग कर दी, जिससे पूरा समीकरण बदल गया।

मेयर पद पर बीजेपी की जीत

मेयर पद के लिए आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार प्रेम लता को हार का सामना करना पड़ा, जबकि बीजेपी की हरप्रीत कौर बबला ने 19 वोट पाकर जीत दर्ज कर ली।

कांग्रेस ने दो पदों पर कायम रखा दबदबा

हालांकि, कांग्रेस ने सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पदों पर जीत हासिल की।

सीनियर डिप्टी मेयर : कांग्रेस के जसबीर सिंह बंटी को 19 वोट मिले, जबकि बीजेपी की बिमला दुबे को 17 वोट मिले।

डिप्टी मेयर : कांग्रेस की तरुणा मेहता ने 19 वोट पाकर बीजेपी के लखबीर सिंह को हराया।

कैसे हुआ खेल पलट ?

मेयर पद के लिए आम आदमी पार्टी की प्रेम लता और बीजेपी की हरप्रीत कौर बबला के बीच सीधी टक्कर थी। INDIA गठबंधन के पास कुल 20 वोट (एक सांसद सहित) थे, और बहुमत के लिए 19 वोट जरूरी थे।लेकिन जब बैलेट पेपर खोले गए तो नतीजे चौंकाने वाले थे।

  • प्रेम लता को सिर्फ 17 वोट मिले।
  • हरप्रीत कौर बबला को 19 वोट मिले।
  • NDA के पास कुल 16 काउंसलर थे, लेकिन तीन अतिरिक्त वोट मिलने से साफ हो गया कि तीन काउंसलरों ने क्रॉस वोटिंग की।


इसका मतलब कांग्रेस या आम आदमी पार्टी के ही किसी काउंसलर ने बीजेपी को वोट दिया, जिससे मेयर चुनाव का पूरा गणित बदल गया।