Chandra Grahan 2025 : रायपुर. आज रात देशवासी साल के अंतिम और पूर्ण चंद्र ग्रहण का गवाह बने. यह खगोलीय घटना रात 9:57 बजे शुरू हुई और मध्यरात्रि 1:26 बजे समाप्त होगी. इस चंद्र ग्रहण का न केवल खगोलीय, बल्कि धार्मिक महत्व भी है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण काल के दौरान कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है ताकि इसका नकारात्मक प्रभाव टाला जा सके.

ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, चंद्र ग्रहण शुरू होने से पहले अन्न, जल, चावल आदि इकट्ठा कर संकल्प लेना चाहिए. ग्रहण समाप्त होने के बाद, 8 सितंबर की सुबह स्नान कर यह सामान ब्राह्मण को दान करना शुभ माना जाता है. इसके बाद ब्राह्मण के पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए. साथ ही, जरूरतमंदों को भोजन कराने की सलाह दी जाती है.
ग्रहण के दौरान स्नान, दान, जप-तप, पूजा-पाठ, हवन या कोई शुभ कार्य करने से बचना चाहिए. सूतक और ग्रहण काल में मूर्ति स्पर्श, अनावश्यक भोजन, नींद, नाखून काटना जैसे कार्य वर्जित हैं. हालांकि, बुजुर्ग, रोगी, छोटे बच्चे और गर्भवती महिलाएं भोजन या दवा ले सकती हैं. गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और सब्जी काटना, पापड़ सेंकना जैसे कार्यों से बचना चाहिए. इस दौरान धार्मिक ग्रंथों का पाठ करना लाभकारी माना जाता है.
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