बेंगलुरु। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का चंद्रयान-3 चंद्रमा के प्रभाव क्षेत्र में प्रवेश कर चुका है. इसरो ने चंद्रयान-3 के ट्रांसलूनर कक्षा में सफल आयन के बाद स्थिति को सामान्य करार दिया है. चंद्रयान पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कर जाएगा.
चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को जीएसएलवी मार्क III लॉन्चर के जरिए लॉन्च किया गया था. 16 दिनों तक धीरे-धीरे पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकलते हुए अब चंद्रमा की ओर बढ़ चला है. चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने के बाद धीरे-धीरे इसकी कक्षा को कम करते हुए चंद्रमा की ओर बढ़ते चला जाएगा.
40 दिनों की यात्रा पूरी करने के बाद अंतरिक्ष यान के 23 अगस्त के आसपास चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सॉफ्ट लैंडिंग करने की संभावना है. ऐसा होने पर भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला चौथा देश होगा और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास धीरे से उतरने वाला पहला देश होगा.