चंद्रयान-3 मिशन अपडेट: चंद्रयान-3 के 14 जुलाई को सफल प्रक्षेपण के बाद अब उसे पृथ्वी की कक्षा से धीरे-धीरे कर बाहर निकालते हुए चंद्रमा की कक्षा की ओर पहुंचाया जाएगा. इस कड़ी में कक्षा में बढ़ोतरी का पहला प्रयास सफल रहा है. इसरो ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि स्पेसक्राफ्ट का स्वास्थ्य सामान्य है.

इसरो ने ट्वीट कर बताया कि पहला कक्षा-उन्नयन पैंतरेबाज़ी (अर्थबाउंड फायरिंग-1) ISTRAC/ISRO, बेंगलुरु में सफलतापूर्वक किया गया है. अंतरिक्ष यान अब 41762 किमी x 173 किमी कक्षा में है. इस प्रकार की प्रक्रिया चार बार और की जाएगी, जिसके बाद यह चंद्रमा की कक्षा में पहुंचेगा. चंद्रमा के पांच बार कक्षा में बदलाव कर नीचे लाया जाएगा, जिसके बाद अंतिम चक्कर में उसे चंद्रमा की सतह पर उतारा जाएगा.