वाशिंगटन। एक तरफ भारतीय चंद्रयान-3 के सफलतापूर्वक चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरने का जश्न मना रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर एक चंद्रयान-4 अमेरिका में उतर चुका है. इस बात की जानकारी पाकिस्तान मूल के एक बड़े अमेरिकी राजनीतिक टिप्पणीकार साजिद तरार (Sajid Tarar) ने दी है. साजिद तरार ने भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी के अमेरिकी राष्ट्रपति की दावेदारी के मद्देनजर यह बात कही है.

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 के लिए रिपब्लिकन बहस शुरू हो गई है. पहले दौर में आठ उम्मीदवार सुर्खियों में आए. इनमें दो भारतीय-अमेरिकी भी शामिल थे, जो प्रमुख उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को कड़ी टक्कर दे रहे हैं. इनके पहले विवेक रामास्वामी, तो दूसरी निक्की हेली हैं.

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 5 नवंबर, 2024 को होने वाले हैं. उससे पहले रिपब्लिकन पार्टी का राष्ट्रपति पद का प्राथमिक चुनाव अगले साल जनवरी में शुरू होगा. डोनाल्ड ट्रंप के अग्रणी उम्मीदवार होने के बावजूद, उन्हें व्हाइट हाउस की दौड़ में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है.

अमेरिकी राष्ट्रपति के उम्मीदवार के चयन के लिए हुई बहस में पहली बार दो भारतीय मूल के लोग हिस्सा बने.

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के प्राइमरी चरण के इतिहास में पहली बार एक ही प्राइमरी की बहस के मंच पर दो भारतीय-अमेरिकी एक साथ खड़े थे. अमेरिका में राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल भारतीय अमेरिकी दावेदार 38 वर्षीय विवेक रामास्वामी और 51 वर्षीय निक्की हेली के बीच रिपब्लिकन पार्टी की पहली प्राइमरी में विदेश नीति के मुद्दे पर बहस हुई.

कम से कम $360 मिलियन की कुल संपत्ति के मालिक भारतीय अमेरिकी उद्यमी विवेक रामास्वामी की पहली बहस के बाद से लोकप्रियता रेटिंग में वृद्धि हुई है. रामास्वामी का अभियान “विरोधीवाद” पर केंद्रित है. उनके पिताजी केरल से अमेरिका गए थे. भारतीय-अमेरिकियों के घर पैदा होने के बावजूद, रामास्वामी एक कट्टर आव्रजन विरोधी समर्थक बने हुए हैं.

38 वर्षीय विवेक को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पूर्व ट्विटर सीईओ एलोन मस्क का समर्थन है. विवेक ने ट्रंप को 21वीं सदी का सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रपति कहा था. जिसके बाद वे उनका समर्थन हासिल करने में कामयाब रहे हैं. अपने आप्रवासन विरोधी अभियान के साथ-साथ, रामास्वामी यह एजेंडा भी सामने रखते हैं कि जलवायु परिवर्तन एक ढकोसला है, और निर्वाचित होने पर अमेरिका की राष्ट्रीय पहचान को पुनर्जीवित करना है.

देखिए वीडियो –