शिवा यादव, सुकमा. बस्तर की तस्वीर अब बदलने लगी है. सीआरपीएफ 150वीं बटालियन ने नक्सलियों के टॉप कमांडर हिडमा के गांव में सीआरपीएफ गुरुकुल की शुरुआत की है, जहां आदिवासी बच्चे अपना भविष्य गढ़ रहे हैं. वहीं सरकार ने मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य रखा है, जिसे पूरा करने सुरक्षा बलों के जवान लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहे.
सालभर पहले सीआरपीएफ की 150वीं बटालियन ने सुकमा के अति नक्सल प्रभावित पूवर्ती और टेकलगुडियम में बच्चों को शिक्षित करने के उद्देश्य से गुरुकुल शुरू किया था. यहां 50 से ज्यादा बच्चे पहुंच रहे हैं. सीआरपीएफ की पहल से अब नक्सल प्रभावित गांव पूवर्ती व टेकलगुडियम के बच्चों को शिक्षा दी जा रही है. इस गांव में सुरक्षा बलों का कैंप भी खोला गया है, जिसका नक्सलियों ने विरोध किया था.
शिक्षा के साथ खेलों की भी व्यवस्था
अति संवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र पूवर्ती एवं टेकलगुड़ियम में दिसंबर 2024 से गुरुकुल का संचालन किया जा रहा है. यहां शुरुआत में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल 150 बटालियन के जवानों ने बच्चों को पढ़ाने का काम किया. बाद में अपने स्तर पर लोकल शिक्षक को हायर कर शिक्षा देने का कार्य किया जा रहा है. वर्तमान में गुरूकुल में प्राथमिक शिक्षा दी जा रही है. बच्चों को शिक्षा के अतिरिक्त स्कूल यूनिफार्म, किताबें, स्कूल बैग, शूज, शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए विभिन्न प्रकार के खेल-कूद जैसे बाॅलीबाल, फुटबाल, वास्केटबाल एवं विभिन्न प्रकार के झूलों की खास व्यवस्था की गई है.
प्रोजेक्टर से शिक्षा की अलख जगाएंगे बच्चे
सीआरपीएफ गुरुकुल में विभिन्न प्रकार के चार्ट एवं बोर्ड दीवारों पर स्थापित किए गए हैं. समग्र विकास के लिए स्कूल में प्रोजेक्टर लगाना भी प्रस्तावित है. अब यहां बच्चे गांव में ही रहकर शिक्षा की अलख जला पाएंगे. अक्सर नक्सलवाद और नक्सली घटनाओं के लिए ही चर्चे में रहने वाला सुकमा जिला अब शिक्षा के क्षेत्र में नया बदलाव कर रहा है. जहां लाल सलाम के नारे गंजूा करते थे वहां अब स्कूल की घंटी और बच्चों की एबीसीडी सुनने को मिल रही है. स्कूल गांव तक पहुंचा तो बच्चे गांव में ही रहकर शिक्षा से जुड़ पाए. अब वह बच्चा जो घर की देखभाल के लिए रोका जाता है वह भी शिक्षा से अछूता नहीं रहेगा.
भविष्य में कक्षा 12वीं तक होगी पढ़ाई
गुरुकुल में टायलेट, बाथरूम एवं हैंडपंप जिला प्रशासन से स्थापित किए जाने की संभावना है. साथ ही भविष्य में इसे बारहवीं कक्षा तक ले जाने का भी प्रयास किया जाना है. 150वीं वाहिनी CRPF के एसएस हाॅकीप द्वितीय कमान अधिकारी,
विकास कुमार राय द्वितीय कमान अधिकारी, अमरेश्ज्ञ कुमार घोष उप कमांडेंट, भैरव प्रसाद उप कमाडेंट, अजय त्यागी सहायक कमांडेंट, मुकेश कुमार सिंह सहायक कमांडेंट, चंद्रप्रकाश तिवारी सहायक कमांडेंट, रवि चंदर सहायक कमांडेंट,
राकेश कुमार शर्मा सहायक कमांडेंट की देखरेख में अति-संवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सीआरपीएफ गुरुकुल का संचालन किया जा रहा है.
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