रायपुर. जगन्नाथ रथ उत्सव आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया से आरंभ करके शुक्ल एकादशी तक मनाया जाता है. इस दौरान रथ को अपने हाथों से खिंचना बेहद शुभ माना जाता है. ओड़िशा के पुरी शहर में स्थित जगन्नाथ मंदिर, भगवान श्रीकृष्ण जी को समर्पित है.

जगन्नाथ रथयात्रा भारत में मनाए जाने वाले धार्मिक महा-महोत्सवों में सबसे प्रमुख तथा महत्त्वपूर्ण मानी जाती है. भगवान श्रीकृष्ण के अवतार ‘जगन्नाथ’ की रथयात्रा का पुण्य सौ यज्ञों के बराबर माना जाता है. सागर तट पर बसे पुरी शहर में होने वाली जगन्नाथ रथयात्रा उत्सव के समय आस्था का जो विराट वैभव देखने को मिलता है, वह और कहीं दुर्लभ है. इस रथयात्रा के दौरान भक्तों को सीधे प्रतिमाओं तक पहुँचने का बहुत ही सुनहरा अवसर प्राप्त होता है. जगन्नाथ रथयात्रा दस दिवसीय महोत्सव होता है. यात्रा की तैयारी अक्षय तृतीया के दिन श्रीकृष्ण, बलराम और सुभद्रा के रथों के निर्माण के साथ ही शुरू हो जाती है.

जगन्नाथ पुरी का वर्णन स्कन्द पुराण, नारद पुराण, पद्म पुराण और ब्रह्म पुराण में मिलता है. स्थानीय मान्यताओं के अनुसार दक्षिण भारतीय ओडिशा राज्य का पुरी क्षेत्र पुरूषेात्तम पुरी, शंख क्षेत्र, श्री क्षेत्र के नाम से भी जाना जाता है. यहां के प्रधान देवता श्री जगन्नाथ जी ही माने जाते है. यहां के वैष्णव धर्म की मान्यता है कि राधा और कृष्ण की मूर्ति के प्रतीक स्वयं श्री जगन्नाथ जी पूर्ण परात्पर भगवान हैं. श्रीकृष्ण उनकी कला का एक रूप है.

शास्त्रों और पुराणों में भी रथयात्रा के महत्व को स्वीकारा गया है. स्कंद पुराण में स्पष्ट कहा गया है कि जो व्यक्ति श्री जगन्नाथ जी के नाम का कीर्तन करता हुआ गुंडीया नगर तक जाता है वह पुर्नजन्म से मुक्त हो जाता है. जो व्यक्ति रथयात्रा के दौरान मार्ग में लेट लेटकर जाते हैं वे सीधे भगवान विष्णु के मुक्तिधाम को जाते हैं. रथयात्रा एक ऐसा पर्व है जिसमें भगवान जगन्नाथ स्वयं चलकर जनता के बीच आते हैं और उसके सुख दुख के सहभागी बनते है.

यदि कोई भक्त इस रथ यात्रा में शामिल होकर भगवान के रथ को खींचता है तो उसे यह फल प्राप्त होता है. किसी की कुंडली में गुरू दूषित हो तो उसे रथयात्रा का उत्सव पारंपरिक रूप से मनाना चाहिए. जिससे जगत्गुरू श्री कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है. इसके लिए आप श्री जगन्नाथ जी के नाम का कीर्तन करें और अपने घर पर ही रथयात्रा से संबंधित विधि को पूर्ण करें तो रथयात्रा से जुड़े समस्त लाभ प्राप्त कर सकते हैं.