शक्ति और भक्ति का महापर्व नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के 108 नामों का जाप करना न सिर्फ आध्यात्मिक शांति देता है, बल्कि ज्योतिषीय दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. ज्योतिषियों के अनुसार, मां दुर्गा के इन पवित्र 108 नामों (अष्टोत्तरशतनामावली) का जाप करने से कुंडली में स्थित ग्रहों के अशुभ प्रभाव शांत होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है.

अशुभ ग्रहों के दोष होते हैं दूर
धार्मिक मान्यताओं और ज्योतिष विज्ञान के जानकारों का कहना है कि मां दुर्गा ब्रह्मांड की आदि शक्ति हैं और सभी ग्रहों पर उनका नियंत्रण है. जब कोई भक्त पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ उनके 108 नामों का जाप करता है, तो नवग्रहों से संबंधित सभी दोष दूर होने लगते हैं. विशेष रूप से, जिनकी कुंडली में शनि, राहु या केतु जैसे क्रूर ग्रहों की महादशा या अंतर्दशा चल रही हो, उनके लिए यह जाप किसी संजीवनी से कम नहीं है.
ऐसे करें जाप, मिलेगा पूर्ण लाभ
पंडितों के अनुसार, नवरात्रि के नौ दिनों में सुबह और शाम स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनकर, मां दुर्गा की प्रतिमा या यंत्र के सामने आसन बिछाकर बैठें. जाप शुरू करने से पहले देवी का ध्यान करें और संकल्प लें. रुद्राक्ष या तुलसी की माला से ‘ॐ’ से शुरू होने वाले मां दुर्गा के 108 नामों का कम से कम एक माला (108 बार) जाप करना चाहिए. मान्यता है कि इन नामों में देवी के नौ स्वरूपों और उनकी शक्तियों का सार छिपा है, जिसके जाप से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मानसिक तनाव दूर होता है.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक