पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद. जिले में पंचायत सचिव का तबादला सुर्खियों में बना हुआ है पर आज तबादले से पहले हुए एक वाक्या चर्चा का विषय बन गया. दरअसल मैनपुर जनपद के कुल्हाड़ीघांट, अमाड और तौरेंगा में एक साथ कामकाज संभाल रहे पंचायत सचिव प्रेम ध्रुव को यथावत इन्हीं पंचायतों में रखने की मांग और तबादला होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी लेकर ग्रामीण कलेक्टर जनदर्शन में पहुंचे. तीनों पंचायत के सरपंच, पंच समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे. जैसे ही मांग और चेतावनी का आवेदन कलेक्टर ने पढ़ा तो उनका पारा हाई हो गया. उन्होंने सचिव को दूसरे ब्लॉक में भेजने जिला पंचायत सीईओ को निर्देश दिए.

कलेक्टर भगवान सिंह उइके ने ग्रामीणों का आवेदन जिला पंचायत सीईओ को थमाते हुए आवश्यक कार्यवाही करने कहा. कलेक्टर ने दो टूक कहा कि नौकरी करने आए है कि क्या करने… घर में रहकर भी मस्ती छा गई है. उन्होंने सचिव को दूसरे ब्लॉक भेजने के निर्देश भी दिए.

कई सालों से एक ही सचिव को तीन पंचायत का प्रभार

जिस सचिव को बचाने जनता की भीड़ पहुंची थी उनका राजनीतिक में भारी दखल है, लेकिन बताया जा रहा कि इस बार भाजपा के किसी बड़े नेता ने एक ही जगह पर लंबे समय से जमे होने पर सचिव के खिलाफ शिकायत की है. सचिव प्रेम ध्रुव पंचायत सचिव संघ के ब्लॉक अध्यक्ष हैं. मैंनपुर के मूल निवासी हैं. कुल्हाड़ी घाट पंचायत में 12 साल से जमे हैं. प्रभार वाले अन्य दोनों पंचायत में भी दो-दो पंचवर्षीय काट चुके हैं. कहा जाता है कि जिला पंचायत में दखल ऐसी है कि दूसरे सचिवों के पदस्थापना को प्रभावित कर देते हैं.

सचिव को हटाने के आदेश से पहले बीहड़ों में कवायद की खबर पहुंच गई

ग्रामीणों की मांग कलेक्टोरेट पहुंचना सामान्य बात है पर आदेश जारी होने से पहले कवायद मात्र से बीहड़ों में बसे एक नहीं बल्कि तीन-तीन पंचायत के ग्रामीणों तक जानकारी पहुंचना अफसरों को रास नहीं आया. किसी राजनीतिक मामले की तरह इसमें भी कार्यवाही से पहले मांग लेकर आना व्यवस्था प्रभावित करने की साजिश लगी. लिहाजा अफसरों ने भी दो टूक जवाब दे दिया है. आगे देखना होगा कि मामला क्या करवंट लेता है.