Raipur News. नेहा केशरवानी. 1600 एकड़ में फैला कमल विहार, जो कि अब कौशल्या विहार के नाम से जाना जाएगा, निश्चित ही इसका नाम बदल दिया गया है, इसकी लेकिन सूरत नहीं बदली है. यहां के रहवासी लंबे समय से कई तरह की समस्याओं से जूझते आ रहे हैं. यहां रहने वाले करीब 1700 लोगों को 18 फिट के गड्ढे में गिरने का डर हर रात सता रहा है.
कौशल्या विहार की सड़कों में जगह-जगह ये गड्ढे देखने को मिल जाएंगे. जो ऐसे ही खुला हुआ है और अनहोनी को न्यौता दे रहा है. पानी निकासी के लिए बना ये गड्ढा अब वहां रहने वाले लोगों के लिए बड़ी समस्या का बन गया है. लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने जब मौके की पड़ताल की तो करीब 4 सेक्टरों में 15 से ज्यादा गड्ढे ऐसे खुले मिले. रहवासियों की भी मानें तो ऐसे ही गड्ढे पूरे कौशल्या विहार में हैं. यहां सुरक्षा को लेकर हमेशा से सवाल खड़े होते रहे हैं. यहां लगे समानों की आये दिन चोरी होते रहती है. यहां तक कि पानी निकासी के लिए बनाए गए इन गड्ढों के ढक्कन तक चोरी हो चुके हैं. लोगों की सुविधा के लिए यहां स्ट्रीट लाइट लगी वो भी चोरी हो गई. चोरों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि यहां निर्माण कार्य के लिए लगे लोहे के समान भी चुरा कर ले जाते हैं.
अनहोनी को आमंत्रण देते गड्ढे
स्थानीय निवासी दिलीप प्रजापति ने बताया कि ये गड्ढे 17 से 18 फिट गहरे हैं. इसकी चौड़ाई इतनी है कि कोई भी आदमी अंदर गिर सकता है. ये पहले लोहे के ढक्कन से ढके थे. लेकिन इसका ढक्कन चोरी हो गया. कई स्थानीय लोगों ने बताया कि रात 2 बजे के बाद चोर इस तरह की घटना को अंजाम देते हैं. कौशल्या विहार के सेक्टर 8A में रहने वाले राहुल ने बताया कि वे 2016 से यहां रह रहे हैं और जब से यहां रह रहे हैं कुछ न कुछ प्रॉब्लम बनी है. यहां शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है. कभी भी चोर घुस आते हैं. शिकायत करने जाओ तो पुलिस कार्यवाई नहीं करती.
केबल के लिए गड्ढे खोदकर भूले- स्थानीय
स्थानीय निवासी नारायण मस्करे ने बताया कि यहां कोई भी काम शुरू तो होता है, लेकिन पूरा कभी नहीं होता. गड्ढों के अलावा सड़कों को केबल डालने के लिए खोदा गया है. लेकिन उसके बाद मरम्मत नहीं की गई. यहां रहने वाले 34 परिवार ऐसे हैं जहां छोटे-छोटे बच्चें हैं. ये बताते हैं कि हम लोगों ने खुद कॉन्ट्रिब्यूशन करके अपने इलाके के गड्ढों को ढका है.
RDA के CEO को जानकारी नहीं
रायपुर डेवलोपमेन्ट अथॉरिटी (RDA) के CEO धर्मेश कुमार साहू कहते हैं कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. हालांकि शिकायतें आते रहती है. अभी कौशल्या विहार में सीसीटीवी कैमरे लगेंगे. वहीं गड्ढों को लेकर उन्होंने कहा कि जल्द ही उसे ढकवाएंगे.
कैमरे के सामने बोलने से बचते नजर आए प्राधिकरण के अध्यक्ष
इधर आरडीए के अध्यक्ष सुभाष धुप्पड़ से जब मामले में बात की गई तो उन्होंने कैमरे में बोलने से साफ इंकार कर दिया. बाद में उन्होंने बताया कि उन गड्ढों को भरा जा रहा है. सिक्योरिटी को लेकर आरडीए की ओर से 2 पुलिस थाने बनाने की जगह जल्द ही दी जाएगी. जल्द ही इस पर काम शुरू होगा. जो गड्ढे हुए हैं वहां अब सीमेंट के ढक्कन बना कर उन्हें ढकने का कार्य किया जा रहा है.
आरडीए के अध्यक्ष गड्ढे भरने का दावा जरूर कर रहे हैं, लेकिन रहवासी बताते हैं कि वे आरडीए को कई बार लिखित में शिकायत कर चुके हैं. लेकिन कोई जवाब वहां से आता नहीं, बता दें कि कौशल्या विहार रायपुर डिवेलपमेंट ऑथोरिटी का ही प्रोजेक्ट है. 2016 से ही यहां घर बनने शुरू हुए हैं.
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