लखनऊ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को लेकर बवाल हो गया है. जिसके बाद से गांव में तनाव है. बिना अनुमति रखी गई मूर्ति पर बवाल मच गया है. खंतरी गांव में सड़क जाम कर ग्रामीणों ने इसका विरोध किया है. साथ ही पुलिस पर पथराव भी किया गया है. जिसमें कई अधिकारी और जवान घायल हो गए हैं. प्रधान प्रतिनिधि को हिरासत में लिया गया है. प्रशासन की अपील बेअसर साबित हो रही है. PAC और कई थानों की फोर्स मौके पर तैनात की गई है.

जानकारी के मुताबिक प्रतिमा को सरकारी जमीन पर रखने को लेकर ये विवाद हुआ है. इसे हटाने के विरोध में लोगों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. सैकड़ों की संख्या में महिलाएं-पुरुष इकट्ठा होकर नारेबाजी करने लगीं. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने समझाने का प्रयास किया तो प्रदर्शनकारियों ने उन पर ही पथराव कर दिया.

इसे भी पढ़ें : करणी सेना पर बयान के बाद सपा नेता पर हमला, अखिलेश बोले- हिटलर भी अपने कार्यकर्ताओं को वर्दी पहनाकर विरोधियों को ऐसे ही पिटवाता था

बताया जा रहा है कि इस हमले में चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. इसके बाद बीकेटी, इटौंजा, महिंगवा, मड़ियांव थाने के साथ पीएसी और महिला थाना पुलिस मौके पर पहुंची. ग्रामीणों के पथराव के बाद पुलिस लाठीचार्ज और आसूं गैस के गोले दागे हैं.

भीड़ ने कानून अपने हाथ में लिया- पुलिस

मामले को लेकर प्रशासन का कहना है कि बिना अनुमति के मूर्ति स्थापित करना कानून का उल्लंघन है. भीड़ ने कानून अपने हाथ में लिया है. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि मूर्ति हमारी आस्था से जुड़ी है, इसे हटाना स्वीकार नहीं. पुलिसबल दिखाकर हमारी भावनाओं को कुचला जा रहा है. तीन दिन पहले ग्राम प्रधान के प्रस्ताव पर यह मूर्ति स्थापित की गई थी, जिसके बाद पुलिस ने प्रधान प्रतिनिधि को हिरासत में ले लिया. लेकिन ग्रामीणों का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा था और एकाएक ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया.