पिछले कई महीनों से देश के पहलवान भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. पहलवानों ने कभी मेडल वापस करने की धमकी दी तो कभी कुश्ती छोड़ने की, लेकिन अब पहलवानों को इस लड़ाई में कुछ हद तक राहत मिली है. उनकी सड़क की लड़ाई खत्म हो गई है, अब यह लड़ाई कोर्ट में पहुंच चुकी है. अब इसका फैसला कोर्ट करेगा. इस बात की जानकारी गोल्ड मेडलिस्ट विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने ट्विटर पर एक पोस्ट के जरिए दी है.

बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण और महिला उत्पीड़न की शिकायतें की गई थीं. इस संबंध में अब विनेश फोगाट ने ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर की है, जिसमें बताया गया है कि 7 जून को हुई बातचीत में सरकार ने अपने वादों पर अमल किया है. महिला कुश्ती खिलाड़ियों द्वारा की गई शिकायतों के संबंध में 6 महिला पहलवानों द्वारा दर्ज FIR की दिल्ली पुलिस ने जांच की. उसके बाद वह चार्जशीट 15 जून को कोर्ट में पेश कर दी है. इसके अलावा कुश्ती संघ के सुधार के संबंध में चुनाव की प्रक्रिया भी वादे के अनुसार शुरू हो गई है.

पहलवानों द्वारा एशियाई खेलों के ट्रायल्स के लिए छूट के मामले में लंदन ओलंपिक कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया पर आरोप लगा दिए. उन्होंने कहा था कि पहलवान ऐसी छूट पाने के लिए ही आंदोलन कर रहे हैं, जिसके जवाब में पहलवानों ने कहा था कि उन्होंने कोई छूट नहीं मांगी बल्कि सिर्फ समय मांगा था क्योंकि हम आंदोलन के कारण कुश्ती से 6 महीने से दूर हैं.